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जानिए... स्त्री रोग विशेषज्ञ क्या बता रहे मासिक धर्म, प्रसव सहित अन्य समस्‍याओं के बारे में

गर्भधारण करने के पूर्व महिलाओं को इसके लिए मानसिक तौर पर खुद को तैयार करना चाहिए। इसके लिए आवश्यक है कि अपने खानपान के प्रति ध्यान दें।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 10 Jun 2019 04:04 PM (IST)Updated: Mon, 10 Jun 2019 05:40 PM (IST)
जानिए... स्त्री रोग विशेषज्ञ क्या बता रहे मासिक धर्म, प्रसव सहित अन्य समस्‍याओं के बारे में
जानिए... स्त्री रोग विशेषज्ञ क्या बता रहे मासिक धर्म, प्रसव सहित अन्य समस्‍याओं के बारे में

भागलपुर [जेएनएन]। दैनिक जागरण कार्यालय में प्रश्न पहर का आयोजन किया गया। इस दौरान स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पूनम मिश्रा ने फोन के माध्यम से पाठकों के सवालों का समाधान किया। उन्होंने कहा कि युवतियों की जीवनशैली में भी अब बदलाव आया है। ग्रामीण युवतियां भी इससे अछूती नहीं हैं। हालांकि ग्रामीण युवतियों को फास्ट फूड खाने की आदत नहीं है लेकिन शहरी युवतियों में फास्ट फूट खाने की लत उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। पढ़ाई करने वाली छात्राएं भी खानपान पर ध्यान नहीं देती। इससे उनमें हीमोग्लोबीन की कमी हो रही है। स्थिति यह है कि जब शादी के बाद गर्भधारण करती हैं तब जांच के दौरान उनमें हीमोग्लोबीन की कमी की जानकारी होती है। अत: शुरू से ही खानपान संतुलित रहना चाहिए, जिसमें फल खाना अनिवार्य है। गर्भधारण करने के पूर्व महिलाओं को इसके लिए मानसिक तौर पर खुद को तैयार करना चाहिए। इसके लिए आवश्यक है कि अपने खानपान के प्रति ध्यान दें। गर्भस्थ शिशु का विकास मां के खानपान पर ही निर्भर करता है। इसके अलावा प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन सी का संतुलन भी बना रहना चाहिए। हीमोग्लोबीन की कमी से प्रसव के वक्त या बाद में रक्तश्राव होने की संभावना बढ़ जाती है। आयरन की गोली, दाल, सोयाबीन, हरी सब्जी, मौसमी फलों, अंकुरित चना, गुड़ आदि के सेवन से आयरन की कमी नहीं होगी। अक्सर ऐसा देखा गया है कि माहवारी के दौरान सफाई का ध्यान नहीं रखने की वजह से संक्रमण हो जाता है। सफेद पानी का स्राव होने लगता है और उसमें दुर्गंध भी रहता है। अत: हमेशा सफाई का ध्यान रखना आवश्यक है।

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प्रश्न : पीठ और घुटने में दर्द होता है। एक वर्ष पूर्व बच्चदानी निकाली गई है।

कंचन झा, पीरपैंती

बच्चदानी निकालने की वजह से कैल्शियम आदि की कमी होने से दर्द होता है। हड्डी मजबूत हो इसके लिए दूध का सेवन करें ताकि कैल्शियम की कमी पूरी हो सके। सोयाबीन भी फायदेमंद है।

प्रश्न : खाना खाने के बाद पेट में दर्द होने लगता है। समय पर माहवारी भी नहीं होती है।

काजल कुमारी, भागलपुर

पेशाब में संक्रमण होने से भी दर्द हो सकता है। अस्पताल में जांच करवा लें।

प्रश्न : सिर में चक्कर आता है। खाने की इच्छा नहीं होती। कभी-कभी आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है।

सरिता देवी, भीखनपुर

खून की कमी हो सकती है। अथवा रक्तचाप भी कम हो सकता है। ज्यादा पानी पीएं और बीपी, शुगर आदि की जांच करवा लें। वजन ज्यादा है तो कम करें।

प्रश्न : पांच माह से गर्भवती हूं। पेट में दर्द रहता है।

सोनम देवी, बरारी

गैस्टिक और स्टोन होने से भी पेट में दर्द हो सकता है। अल्ट्रासाउंड से जानकारी मिल जाएगी। अस्पताल में इलाज करवा लें।

प्रश्न : चार वर्ष पूर्व शादी हुई है। गर्भ नहीं ठहर रहा है।

रोजी सिंह, अकबरनगर

पति-पत्नी जांच करवा लें। हो सकता है दोनों में कुछ गड़बड़ी हो।

प्रश्न : पेशाब के रास्ते में जलन होता है। सफेद पानी भी गिरता है।

प्रियंका, सबौर

माहवारी के समय सफाई पर ध्यान देना चाहिए। साफ कपड़ा या पैड का उपयोग करना चाहिए। ऐसा नहीं करने से संक्रमण होने से सफेद पानी गिरने लगता है।

प्रश्न : मेरी उम्र 10 वर्ष है। सफेद पानी गिरता है। दो दिन में ही माहवारी बंद हो जाती है।

अंजना, भीखनपुर

सफाई पर ध्यान नहीं देने से संक्रमण होता है। इसकी वजह से सफेद पानी गिरता है। हारमोन की गड़बड़ी की वजह से भी माहवारी अनियमित होती है।

प्रश्न : मां की उम्र 50 वर्ष है। घुटना मोडऩे में दर्द होता है।

राहुल कुमार, मिरजानहाट

बढ़ती उम्र के साथ ही कैल्शियम की कमी होने लगती है। दूध, हरी सब्जी खाने से कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सकता है।

प्रश्न : माहवारी कम होती है। खुजलाहट भी होती है, सफेद पानी गिरता है। संबंध बनाने पर जलन होता है।

रूपा कुमारी, एकचारी

रक्त की कमी और संक्रमण से यौन रोग होने से ऐसा होता है। सफाई पर ध्यान दें। पति-पत्नी दोनों को एंटीबॉयोटिक दवा खानी होगी। चिकित्सक से जांच करवा लें। फिलहाल दूध, दाल, मौसमी फलों का सेवन करें। आयरन की गोली खाएं, ताकि खून की कमी न रहे।

प्रश्न : पत्नी आठ माह की गर्भवती है। खानपान कैसा रहे कि शिशु और मां स्वस्थ रहें।

सुमन साह, पीरपैंती

अस्पताल में जांच करवाते रहें। अल्ट्रासाउंड से गर्भस्थ शिशु के विकास के बारे में जानकारी मिलती रहेगी। दूध, दाल, हरी सब्जी, मौसमी फल आदि का सेवन करें। आयरन की गोली लें। ताकि खून की कमी ना रहे। अनार खाने से कब्ज की शिकायत दूर रहेगी। मछली खाना भी लाभप्रद है। भारी सामान नहीं उठाएं, चापाकल नहीं चलाएं और घर का पोछा नहीं करें।

प्रश्न : मेरी उम्र 35 वर्ष है। बच्चादानी बड़ी हो गई है। रक्तस्राव भी होता है। क्या बच्चादानी छोटा हो सकता है।

पिंकी कुमारी, ततारपुर

बच्चादानी छोटा करने के लिए नई दवा बाजार में है, लेकिन वह कारगर नहीं है। परेशानी हो तो बच्चादानी का ऑपरेशन करवा सकती हैं। गर्भनिरोध की दवा खाने से बच्चादानी बड़ा होने की संभावना रहती है।

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