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कटिहार : ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए तय दर से दोगुणी कीमत वसूल रहे डॉक्टर, मरीज परेशान

कटिहार में ऑक्सीजन सिलिंडर की कीमत तय दर से अधिक लेने की शिकायत मिल रही है। इससे मरीज परेशान हैं। ऑक्सीजन सिलिंडर का दर प्रति क्यूबिक मीटर 25 रुपये निर्धारित किया गया है। लेकिन यहां पर 50 रुपये प्रति क्यूबिक मीटर तक वसूल किया जा रहा है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 08:02 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 09:06 PM (IST)
कटिहार : ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए तय दर से दोगुणी कीमत वसूल रहे डॉक्टर, मरीज परेशान
कटिहार में ऑक्सीजन की कीमत प्रति क्यूबिक 50 से 60 रुपया तक लिया जा रहा है।

कटिहार [नीरज कुमार]। मेडिकल ऑक्सीजन को आवश्यक दवा की श्रेणी में रखा गया है। कोरोना काल में भी मेडिकल ऑक्सीजन को तय दर से अधिक कीमत पर बेचे जाने की शिकायत राज्य के विभिन्न जिलों से मिल रही है। ऑक्सीजन सिलिंडर का दर प्रति क्यूबिक मीटर 25 रुपये निर्धारित किया गया है। लेकिन गंभीर हालत के मरीजों की जान बचाने के लिए प्रति क्यूबिक 50 से 60 रुपया तक लिया जा रहा है।

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बड़े ऑक्सीजन सिलिंडर में सात कयूबिक मीटर ऑक्सीजन की मात्रा रहती है। छोटा सिलिंडर एक और डेढ क्यूबिक मीटर का आता है। सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन की कमी नहीं होने की बात स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कह रहे हैं। होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित सहित अन्य बीमारी से ग्रसित मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता होने पर निजी स्तर से 500 से 700 रूपये तक में ऑक्सीजन सिङ्क्षलडर लेना पड़ रहा है। भले ही जिले में अधिक दर लिए जाने की शिकायत नहीं मिलने की बात औषधि नियंत्रण विभाग कह रहा है। लेकिन इसकी जांच कराई जाए तो ऑक्सीजन सिङ्क्षलडर की कालाबाजारी का मामला खुलकर सामने आ सकता है। जांच में इस तरह की शिकायत मिलने के बादऔषधि नियंत्रण विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी औषधि निरीक्षक एवं सहायक औषधि नियंत्रक को निर्देश जारी कर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट तलब की है। गंभीर मरीजों के आखिरी सांस का सहारा ऑक्सीजन सिलिंडर आपूर्ति में भी बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है। ऑक्सीजन सिलिंडर तैयार करने से लेकर आपूर्ति तक में ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। इस अनदेखी के कारण कई बार मरीजों की जान भी सांसत में पड़ जाती है। लाइफ सेङ्क्षवग ड्रग की श्रेणी में रहने के बावजूद मानकों की अनदेखी को लेकर स्वास्थ्य एवं औषधि नियंत्रण विभाग कर रवैया इसको लेकर उदासीन है। सरकारी अस्पताल से लेकर निजी नर्सिंग होम तक बिना मात्रा व अवधि समाप्त संबंधी लेबल लगे ऑक्सीजन सिङ्क्षलडर की आपूर्ति की जा रही है। हालत यह है कि किस उत्पादन इकाई से सिलिंडर की आपूर्ति की जा रही है, विभाग को इसका पता तक नहीं है।

कटिहार में ऑक्सजीन सिलिंडर आपूर्ति में तय राशि से अधिक दर लेने एवं मानकों की अनदेखी संबंधी किसी तरह की शिकायत नहीं मिली है। आपूर्ति किए जा रहे ऑक्सजीन सिलिंडर की भी नियमित रूप से जांच की जाती है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। इससे संबंधित रिपोर्ट औषधि नियंत्रक को भेजी गई है। -अजय रसिक, औषधि नियंत्रक, कटिहार।


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