अचानक चर्चा में आ गए मुंगेर के डीएम साहब, पहुंच गए 'दीदी' के पास, पहले वेज सूप लिया, बोले-लाजवाब
Mungers DM suddenly came into the limelight मुंगेर के तारापुर अनुमंडल अस्पताल में दीदी की रसोई में पहुंचे जिलाधिकारी नवीन कुमार। उन्होंने वहां वेज सूप पिया। अनुमंडल अस्पताल सदर अस्पताल तथा जिला अस्पताल में दीदी की रसोई के माध्यम से मरीजों तथा मरीजों के स्वजनों को नाश्ता व भोजन मिलेगा।
संवाद सूत्र, तारापुर (मुंगेर)। Munger's DM suddenly came into the limelight: तारापुर अनुमंडल अस्पताल में खुली दीदी की रसोई में मुंगेर डीएम साहब पहुंच गए। पहले रसोई का शुभारंभ किया। खानापान की सूची देखा। इसके बाद रसोई में बने शाकाहारी सूप का स्वाद भी लिया। जायकादार सूप लेने के बाद जिलाधकारी नवीन कुमार ने जमकर प्रशंसा की। जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सूबे के सभी अनुमंडल अस्पताल, सदर अस्पताल तथा जिला अस्पताल में दीदी की रसोई के माध्यम से मरीजों तथा मरीजों के स्वजनों को गुणवत्ता युक्त नाश्ते और भोजन दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने जीविका दीदियों को कहा कि अस्पताल में मरीजों को खाना उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती है। सिविल सर्जन ने कहा कि जीविका दीदियों को रसोई घर के लिए जगह उपलब्ध कराया गया है। अस्पताल परिसर में ही रसोई और स्टोर रूप है। मरीजों को यहां से मेनू के अनुसार ससमय पर उपलब्ध कराया जाएगा ।
कम टीका पड़ने पर डीएम ने ली खबर
रसोई घर का शुभारंभ करने के बाद डीएम गाजीपुर गांव जाकर टीकाकरण केंद्र पहुंचे। केंद्रों पर टीकाकरण की संख्या कम देख संबंधित स्वास्थ्यकर्मियों की खबर ली। जिलाधिकारी ने कहा कि टीका के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें। जिलाधिकारी ने इस दौरान टीका के लिए खड़े कई लोगों को टीका दिलवाया और दूसरे को प्रेरित करने की बात कही।
चल रहा था हाजिरी का खेल, पकड़ाया मामला
तारापुर अनुमंडल अस्पताल में अनुपस्थित होने के बाद भी हाजिरी बनाने का खेल कई दिनों से चल रहा था। सोमवार को सिविल सर्जन डा. हरेंद्र कुमार आलोक ने निरीक्षण के क्रम में यह गड़बड़ी पकड़ी। दरअसल, 14 जुलाई को जिलाधिकारी नवीन कुमार ने अनुमंडल अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस दौरान महिला चिकित्सक डा. नाज बानो अनुपस्थित मिली थी। डीएम ने वेतन रोकने का निर्देश दिया था। 26 जुलाई को सिविल सर्जन के निरीक्षण में भी डा. बानो ने हाजिरी बना दी गई है । इसके बाद सोमवार को भी अनुपस्थित थी और उपस्थिति पंजी में हाजिरी बनी हुई थी। सिविल सर्जन ने 25 व 26 जुलाई की हाजिरी काट दी। प्रभारी उपाधीक्षक डा. बीएन सिंह की जमकर क्लास लगाई। साथ ही निर्देश दिया कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सिविल सर्जन ने निर्देश दिया कि हर दिन उपस्थिति पंजिका की जांच की।