Move to Jagran APP

DIAL-112 in Bhagalpur: सिल्क सिटी के लोग ध्यान दें...अब पुलिस हो गई हाईटेक, इमरजेंसी में तुरंत पहुंचेगी ये गाड़ी

DIAL-112 in Bhagalpur स्मार्ट सिटी में ERSS शुरू। डीआइजी एसएसपी ने इमरजेंसी सेवाओं के लिए 112 नंबर का किया उदघाटन। डीआइजी एसएसपी और एसपी सिटी ने इमरजेंसी सेवा की 12 गाड़ियों को दिखाया हरी झंडी। एक फोन काल में सक्रिय होगी टीम।

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Thu, 30 Jun 2022 06:59 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2022 06:59 PM (IST)
DIAL-112 in Bhagalpur: सिल्क सिटी के लोग ध्यान दें...अब पुलिस हो गई हाईटेक, इमरजेंसी में तुरंत पहुंचेगी ये गाड़ी
DIAL-112 in Bhagalpur: सिल्क सिटी के लोगों को मिलेगी राहत।

जागरण संवाददाता, भागलपुर: अब भागलपुर में भी डायल-112 की गाड़ियां दौड़ती दिखाई देंगी। कानून व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए Emergency Response Support System (ERSS) की शुरूआत सिल्क सिटी में की जा चुकी है। गुरुवार को 12 गाड़ियों को हरी झंडी दिखा डीआईजी, एसएसपी और एसपी सिटी ने रवाना किया। डायल-112 क्राइम, स्वास्थ्य या अन्य इमरजेंसी में सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचेगी। बस लोगों को एक बार में 112 डायल करना होगा। 

loksabha election banner

पुलिस लाइन में गुरुवार को इसकी लांचिंग के साथ ही लोगों के लिए यह सुविधा शुरू हो गई। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी लोगों को आपातकालीन सेवाएं मुहैया कराने में जुट गए हैं। पहले चरण में इसे जिला मुख्यालयों में शुरू की गई है। दूसरे चरण में इसे ग्रामीण क्षेत्रों तक विस्तारित किया जाएगा। ये सुविधा सूचना मिलने के साथ ही तत्काल सक्रिय हो जाएगी।

डीआईजी विवेकानंद ने कहा कि जीपीएस के माध्यम से फोन करने वाले का मोबाइल नंबर-लोकेशन खुद ही मिल जाएगा। सेवा के लिए वाहनों में मोबाइल डाटा टर्मिनल लगाया गया है। इसमें एक मानिटर रहेगा, जिसमें तीन हिस्सों में जानकारी उपलब्ध होगी। पहले हिस्से में 112 डिस्प्ले होगा, जिसमें मैप, घटनास्थल का मार्ग दिखेगा। दूसरे भाग में कालर की डिटेल होगी और तीसरे भाग में फीडबैक अंकित होगा।

सभी इमरजेंसी नंबर एक प्लेटफार्म पर होगी। एसएसपी बाबूराम ने बताया कि इस सेवा के तहत सभी आपातकालीन सेवाओं के लिए अब एक ही नंबर 112 काम करेगा। सेवा 24 घंटे और सातों दिन मिलेगी। महिला सिपाही टेकर्स होंगी। कोई काल आते ही स्वतः कंप्यूटर में मामला रजिस्टर्ड होगा। यूनिक आइडी जेनरेट होगा। कालर का डिटेल, लोकेशन स्वतः कंट्रोल रूम पर दिखने लगेगा। साथ ही हर थाना क्षेत्र में सेवा से जुड़ा एक या उससे अधिक वाहन होगा। यहां काम करने वाले पुलिसकर्मी विधि-व्यवस्था, बीआइपी मूवमेंट आदि से मुक्त रहेंगे। बिहार पुलिस रेडियो परिसर में इसका अस्थायी सेंट्रल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर रूप है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.