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धुरी यादव हत्याकांड : अजय मिश्रा के इशारे पर रची गई हत्याकांड की पटकथा Bhagalpur News

बदमाशों ने 4 नवंबर 2019 की शाम करीब छह बजे धुरी यादव को गोली मारी। जिस समय उन्हें गोली मारी गई कई लोगों वहां मौजूद थे। धुरी यादव की हत्या का कारण पुरानी रंजिश और जमीन विवाद है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Sun, 24 Nov 2019 08:35 AM (IST)Updated: Sun, 24 Nov 2019 08:35 AM (IST)
धुरी यादव हत्याकांड : अजय मिश्रा के इशारे पर रची गई हत्याकांड की पटकथा Bhagalpur News
धुरी यादव हत्याकांड : अजय मिश्रा के इशारे पर रची गई हत्याकांड की पटकथा Bhagalpur News

भागलपुर [जेएनएन]। धुरी यादव की हत्या उसके पुराने दुश्मन कुख्यात अजय मिश्रा के इशारे पर रची गई। पूर्व से ही धुरी हत्याकांड में पुलिस पुराने रंजिश की बिंदु पर जांच में जुटी हुई थी। इस बात की जानकारी धुरी हत्याकांड में एसआइटी के हत्थे चढ़े उर्दू बाजार के किशोर यादव ने दी है। पुलिस ने इसको लेकर झारखंड में भी कई जगहों पर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की है।

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दरअसल, 2015 में झारखंड के आदित्यपुर इलाके से अजय मिश्रा की गिरफ्तारी भागलपुर पुलिस ने की थी। उस समय अजय मिश्रा ने धुरी यादव का मारने का खुलेआम एलान किया था। अजय मिश्रा अपने भाई गुडुल मिश्रा की हत्या में धुरी को आरोपित मानता है। उसका कहना है कि धुरी ने ही उसके भाई की हत्या कराई थी। इस रंजिश में ही अजय मिश्रा और धुरी यादव के रंजिश थी।

धुरी यादव की हत्या का कारण पुरानी रंजिश और जमीन विवाद है। उर्दू बाजार काली मंदिर के पास बड़े भूखंड में धुरी यादव के खिलाफ खड़े होने वाले परिवार की इस घटना में संलिप्तता है। परिवार में शामिल सीमा कुमारी की भूमिका इस मामले में स्पष्ट हो चुकी है।

घटनास्थल के समीप ही एक लॉज में रूके थे शूटर

पुलिस को जांच में जानकारी मिली है कि धुरी की हत्या में शामिल शूटर घटनास्थल के समीप ही एक लॉज में कई दिनों से ठहरे हुए थे। वे लोग हर दिन धुरी यादव की गतिविधि को देख रहे थे।

घायल को अस्पताल पहुंचाने में भी शामिल थे साजिशकर्ता

जिस समय धुरी यादव को शूटरों ने गोली मारी थी, उस समय भी साजिश में शामिल कुछ लोग स्थिति की निगरानी कर रहे थे। वे लोग आश्वस्त होने के लिए धुरी यादव को अस्पताल तक साथ लेकर गए। अस्पताल में चिकित्सकों ने धुरी को मृत घोषित कर दिया। तब वे लोग धीरे धीरे खिसक गए।

एसआइटी होगी पुरस्कृत

एसएसपी ने कहा कि मामले का पर्दाफाश करने को लेकर एसआइटी को पुरस्कृत किया जाएगा। एसआइटी का गठन सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज के नेतृत्व में हुआ था। इसमें सिटी डीएसपी राजवंश सिंह समेत तातारपुर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार, बरारी चौकी इंचार्ज नवनीश कुमार, जोगसर इंचार्ज विश्वबंधु कुमार, जगदीशपुर थानेदार संजय सत्यार्थी, जीरोमाइल इंचार्ज राजरतन, सबौर थानेदार अजय कुमार अजनबी शामिल हैं।


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