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दमाईपुर का ढेलबंधा मेला शुरू, यहां मन्नत मांगने के लिए श्रद्धालु बांधते हैं ढेला, ये है मान्यता

पासोल दमाईपुर में लगने वाला ढेलबंधा मेला शुरू हो गया है। मान्यता अनुसार मकर संक्रांति के अवसर पर खास मन्नत के लिए मेला परिसर स्थित पोखर में स्नान कर मिट्टी के ढेले को धागे में बांध यहां लटकाया जाता है। यहां दूर-दराज से लोग आते हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 03:27 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 03:27 PM (IST)
दमाईपुर का ढेलबंधा मेला शुरू, यहां मन्नत मांगने के लिए श्रद्धालु बांधते हैं ढेला, ये है मान्यता
पासोल दमाईपुर में लगने वाला ढेलबंधा मेला शुरू हो गया है।

 जागरण संवाददाता, कटिहार। आजमनगर प्रखंड क्षेत्र के पासोल दमाईपुर में मकर संक्रांति के मौके पर लगने वाला ढेलबंधा मेला शुक्रवार से शुरु हो गया। दूर-दूर से पहुंचे लोगों ने मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद मन्नत के लिए बांस के लगे ढ_ों में ढेला बांधा। प्राणपुर विधायक निशा ङ्क्षसह ने भी मेला में पहुंच ढेला बांधा। ग्रामीण संस्कृति से जुड़े इस मेले में फर्नीचर की दुकानें आकर्षण का केन्द्र रहता है।

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बिहार के कई जिलों के साथ पश्चिम बंगाल से भी लोग इन सामानों की खरीददारी को यहां पहुंचते हैं। मान्यता अनुसार मकर संक्रांति के अवसर पर खास मन्नत के लिए मेला परिसर स्थित पोखर में स्नान कर मिट्टी के ढेले को धागे में बांध यहां लटकाया जाता है। इन ढेलों को बांस के लगे ढ_ों से लटका दिया जाता है। लोगों में यह विश्वास है कि ऐसा करने से हर मुराद पूरी होती है। इस चलते ही इस मेले की प्रसिद्धि है। साल दर साल इस

मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती

जा रही है। कटिहार जिले के अतिरिक्त आस-पास के कई जिलों व पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाकों से भी लोग उम्मीदों का ढेला मन्नत के रूप में यहां बांध कर जाते हैं। मान्यता पूर्ण होने पर पुन: लोग अपना ढेला खोलने यहां पहुंचते है। सन 1951 ई. में एक स्थानीय ग्रामीण द्वारा इस प्रथा की शुरुआत की गयी थी। इसके बाद यह मेला उम्मीद लिए आए लाखों लोगों के आस्था का केंद्र बन गया है।

इस मेले को ढेलबंधा मेला के नाम से भी जाना जाता है। पूजनोत्सव के बाद मेले में पहुंचे लोगों द्वारा लकडिय़ों से बनीं सामानों की जमकर खरीददारी की गई। इस यहां मेले का आयोजन एक ही दिन का होता है, लेकिन उपस्करों की खरीददारी को लेकर लोगों की बढ़ती तादात को देख मेले की तिथि बढ़ जाती है। सुरक्षा के लिहाज से आजमनगर पुलिस और उनके जवान मुस्तैद रहते हैं। थाना अध्यक्ष मनीष कुमार रजक, दिलीप कुमार चौबे व रंजन शर्मा पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।  


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