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किसान आंदोलन के समर्थन में सड़क पर उतरा महागठबंधन, सुपौल में निकाला प्रतिरोध मार्च

सुपौल में महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इन नेताओं ने केंद्र सरकार की आलोचना की। कहा कि-सरकार हमेशा की तरह किसानों को धोखा दे रही है। कार्यकर्ताओं ने प्रतिरोध मार्च निकाला। कार्यक्रम में राजद और कांग्रेस के नेताओं ने बढ़चढ़कर हिस्‍सा लिया।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 09:18 AM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 09:18 AM (IST)
किसान आंदोलन के समर्थन में सड़क पर उतरा महागठबंधन, सुपौल में निकाला प्रतिरोध मार्च
सुपौल में प्रतिरोध मार्च निकालते महागठबंधन कार्यकर्ता।

सुपौल, जेएनएन। देश की राजधानी दिल्ली में कृषि कानून 2020 के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा जारी आंदोलन के समर्थन एवं किसानों के विरुद्ध सरकार द्वारा दमनात्मक कार्रवाई के विरोध में सुपौल जिला मुख्यालय में महागठबंधन के बैनर तले प्रतिरोध मार्च का आयोजन किया गया। प्रतिरोध मार्च गांधी मैदान से निकला और शहर भ्रमण करते हुए लोहियानगर चौक पहुंचा। जहां एक सभा का आयोजन किया गया। भोला यादव की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार किसान-मजदूर एवं गरीब विरोधी सरकार है। सरकार की प्राथमिकता में किसान, मजदूर, गरीब हैं ही नहीं। बल्कि प्राथमिकता में अंबानी, अडानी और दूसरे कारपोरेट घराने हैं। यहीं कारण है कि सरकार हर फैसला और कानून अपने कारपोरेट यार-मित्र के पक्ष में लगातार लेती जा रही है।

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वक्ताओं ने कहा कि तमाम संवैधानिक और स्वायत्त संस्थाओं की स्वतंत्रता समाप्त कर सरकार अपने अधीन करती जा रही है और देश को तानाशाही की ओर ले जाने का प्रयास कर रही है। वन नेशन, वन टैक्स, वन नेशन वन इलेक्शन, वन नेशन-वन मार्केट आदि इसका जीता जागता सबूत है। जिसके माध्यम से सरकार संघीय ढाचे को तोड़ कर तानाशाही कायम करना चाहती है। कहा कि मोदी जी ने अपने साढ़े छह वर्षो के कार्यकाल में किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया है। उल्टे देश को गंभीर आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक संकट में फंसा दिया है। जात-पात और संप्रदाय के आधार पर देश में विभाजन की स्थिति सरकार ने उत्पन्न कर दी है। जरूरत है ऐसे किसान, मजदूर, गरीब विरोधी तथा तानाशाह और विभाजनकारी सरकार से देश को मुक्ति दिलाने की। अपने संबोधन के दौरान वक्ताओं ने आंदोलनकारी किसानों के विरुद्ध दमनात्मक कार्रवाई बंद करने तथा आंदोलनकारी से सम्मानजनक वार्ता कर समस्या के समाधान की मांग की।

सभा को पूर्व विधायक यदुवंश कुमार यादव, भाकपा के जिला सचिव कॉ. सुरेश्वर सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विमल कुमार यादव, मिन्नत रहमानी, सुभाष सिंह, पितांबर पाठक, राजद के विजय कुमार यादव, दिनेश यादव, अजय कुमार अजनबी, रामनाथ मंडल, कौशल कुमार सिंह, नीतीश मुखिया, अनोज कुमार आर्य, मु. इस्लाम, माले के जिला सचिव कॉ. जय नारायण यादव, भाकपा के कॉ. रघुनंदन पासवान, चन्देश्वरी प्रसाद यादव, कमल शर्मा, जवाहर खां, रामरूप मंडल, अशोक यादव, मनोहर यादव, राजेश कुमार, शत्रुघ्न यादव, राजेश्वर मंडल, सदानंद राम, धर्मदेव यादव, मु. निजाम, अरविंद शर्मा, जितेन्द्र चौधरी, मु. नज्जो, अमात एकता मंच के ओमप्रकाश राय, जयकांत राय, भूपेन्द्र राय आदि ने भी संबोधित किया तथा किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए सकारात्मक वार्ता की बात कही।


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