सड़क निर्माण कंपनी के मजूदर की मौत, जानें... मृतक के परिजन ने किस पर लगाये आरोप Bhagalpur News
घोघा-सन्हौला-पंजवारा मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण किया जा रहा है। इसके लिए निर्माण कंपनी एसएस कंट्रक्शन ने ताडऱ-मकरपुर गांव के पास प्लांट बनाया है। मंटू इसी प्लांट में काम करता था।
भागलपुर [जेएनएन]। सड़क निर्माण करा रही कंपनी के प्लांट में काम करने वाले मजूदर मंटू मंडल (40 वर्ष) की मौत के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। आक्रोशित लोग आठ बजे ही प्लांट के मुख्य गेट पहुंच गए और मंटू के शव को रखकर सड़क निर्माण कार्य भी बाधित कर दिया। इसके बाद मुआवजे की मांग को लेकर सन्हौला-घोघा मुख्य मार्ग को चार घंटे तक जाम रखा।
घोघा-सन्हौला-पंजवारा मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण किया जा रहा है। इसके लिए निर्माण कंपनी एसएस कंट्रक्शन ने ताडऱ-मकरपुर गांव के पास प्लांट बनाया है। मंटू इसी प्लांट में काम करता था। उसकी पत्नी रामप्यारी देवी ने सन्हौला थाना में दिए आवेदन में बताया कि एक दिन पहले रविवार को प्लांट में काम करने के दौरान ही मंटू की तबीयत खराब हो गई थी। उसे मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई। वहीं, इस घटना की खबर लगते ही मुआवजे के लिए ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया।
जाम हटाने के लिए सन्हौला थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार, घोघा थानाध्यक्ष शंभू कुमार पासवान, सन्हौला बीडीओ अरविंद कुमार पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। निर्माण कार्य करा रही कंपनी एसएस कंट्रक्शन पंजाब के इंचार्ज भूपेंद्र सिंह ने मृतक की पत्नी को दो लाख रुपये का चेक दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने दोपहर 12 बजे जाम हटाया। ग्रामीणों के अनुसार मंटू के मजदूरी से ही उसका परिवार चलता था। उसके छोटे-छोटे चार बच्चे हैं।
प्लांट में नहीं है मजदूरों के लिए कोई सुविधा
मजदूरों ने बताया कि लगभग दस एकड़ में फैल प्लांट में रोज सैकड़ों मजदूर काम करते हैं। आरोप है कि आकस्मिक दुर्घटना से निपटने के लिए प्लांट में कोई सुविधा नहीं है। प्राथमिक उपचार तक की व्यवस्था नहंीं है। अब तक आधा दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। प्लांट में चल रहे बड़े वाहनों से भी कई लोग जख्मी हो गए हैं। वही एसएस कंट्रक्शन के प्रभारी भूपेंद्र सिंह का कहना है कि प्लांट में प्राथमिक उपचार की सुविधा है। सारा कार्य पेटी कॉन्ट्रैक्ट पर हो रहा है। इसमें कई कंपनियां शामिल हैं। मजदूर की मौत वाली घटना दो दिन पहले की है। उसकी मौत घर पर ही हुई है। ग्रामीण कंपनी को बेवजह बदनाम कर रहे हैं।