भागलपुर रेलवे जंक्शन के 70 फीट ऊंचे जल मीनार में शव, सामने है जीआरपी थाना, बगल में ही आरपीएफ का बैरक
भागलपुर रेलवे जंक्शन के जल मीनार में एक शव मिला है। 70 फीट ऊंचा यह जलमीनार जीआरपी थाना व आरपीएफ का बैरक के पास में है। शव को निकाला गया। अभी तक पहचान नहीं हुई। अभी यह पता लगाया जा रहा है कि शव कितने दिन पहले उसमें बरामद किया।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर रेलवे जंक्शन के कोचिंग यार्ड के पीछे लोहिया पुल के पास 70 फीट ऊंचे जलमीनार में रविवार की सुबह शव मिला है। इससे हड़कंप की स्थिति है। यह जलमीनार स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या छह के समीप जीआरपी थाना के सामने है। बगल में ही आरपीएफ का बैरक भी है। शव निकालने का प्रयास किया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि रात में मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति जलमीनार पर चढ़कर पानी में कूद गया होगा। मौके पर काफी संख्या में लोगों के अलावा पुलिस बल भी पहुंची है। जांच हो रही है कि आखिर इतनी ऊंचाई पर कोई विक्षिप्त कैसे पहुंचा।
- लाश वाले जलमीनार का पानी तीन दिनों से वेस्ट रेलवे कालोनी, स्टेशन प्लेटफार्मों, कोचिंग यार्ड सहित लोको रनिंग रूम में की जा रही थी आपूर्ति
- विक्रमशिला एक्सप्रेस, एलटीटी, जनसेवा व वनांचल एक्सप्रेस ट्रेन में भी भरा गया था पानी
- महिलाएं सहित कोचिंग यार्ड कर्मी पी रहे थे पानी
- रनिंग रूम में नहाने के दौरान बदबू होने पर कविगुरु एक्सप्रेस के गार्ड ने आईओडब्ल्यू से की शिकायत
- गार्ड की शिकायत पर हरकत में आया रेल प्रशासन
- सुबह आठ बजे जांच के दौरान आईओडब्ल्यू विभाग के तकनीशियन संदीप ने जलमीनार के पानी में मिला लाश
- एफएसएल टीम ने की जांच, जलमीनार से शव निकालने के लिए एसडीआरएफ टीम बुलाया गया
- जलमीनार पर खड़े होकर कार्रवाई में काफी दिक्कतों का करना पड़ रहा सामना
- मालदा डीआरएम ने मामले को गंभीरता से लिया, कर्मियों को दिए निर्देश, लापरवाही के आरोप में कइयों पर गाज गिरने की संभावना
जलमीनार में शव मिलने की सूचना पर रेलकर्मी में हड़कंप
भागलपुर रेलवे स्टेशन के कोचिंग यार्ड के पीछे लोहिया पुल के पास 70 फीट ऊंचे जलमीनार में लाश मिलने से रेलकर्मी में हड़कंप है। शव निकाला जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि रात में मानसिक रूप से विक्षिप्त एक युवक इस पर चढ़कर जलमीनार में कूद गया होगा। रेल पुलिस यह भी आशंका जता रही है कि जलमीनार में कूदकर किसी ने खुदकशी कर लिया होगा। अब तक शव की पहचान नहीं हो पायी है। 50 हजार गैलन यानी 2.25 लाख लीटर पानी वाले इस जलमीनार के पानी से ट्रेनों की सफाई होती है। इसकी वजह से काफी देर के लिए ट्रेनों के सफाई पर असर पड़ा है। इस घटना ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था का पोल खोल दी है।