बारिश से सरसों, आलू व टमाटर की फसल को होगा नुकसान, जानिए... बचाव के लिए क्या करें Bhagalpur News
कृषि विभाग के अनुसार भागलपुर जिले में 3140 हेक्टेयर में सरसों 45 हजार हेक्टेयर में गेहूं और 13 हजार 600 हेक्टेयर में की खेती होती है।
भागलपुर [जेएनएन]। अगले कुछ दिन बारिश की संभावना है। बारिश से किसी फसल को नुकसान तो किसी को फायदा भी होगा। बारिश से सरसों, दलहन और आलू फसल को नुकसान होगा। लेकिन गेहूं को फायदा पहुंचेगा। इस फसल को सिंचाई की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
कृषि विभाग के अनुसार भागलपुर जिले में 3140 हेक्टेयर में सरसों, 45 हजार हेक्टेयर में गेहूं और 13 हजार 600 हेक्टेयर में की खेती होती है। लेकिन पिछले साल सामान्य से अत्यधिक बारिश के कारण बाढ़ आ गई थी। बाढ़ के कारण खेतों में बहुत ज्यादा दिन तक पानी जमा रहने के कारण सरसों की खेती महज 2881 हेक्टेयर में हो पाई है। जबकि जिले में 17 हजार हेक्टेयर में मकई की खेती होती है। लेकिन खेतों में पानी रहने की वजह से 21 हजार हेक्टेयर में मकई फसल लगा है। वहीं गेहूं फसल 40 हजार से अधिक हेक्टेयर में लग चुका है। दलहन फसल की भी लगभग यही स्थिति है। अधिक दिनों तक खेतों में पानी रहने के कारण कई क्षेत्रों में सरसों की जगह किसानों ने सब्जी लगाया है।
जिला कृषि पदाधिकारी केके झा के अनुसार बारिश से सरसों और दलहन फसल को नुकसान की संभावना है। जहां फसल में बाली आ गया है वहां फसल पर बारिश से बहुत फर्क पडऩे वाला नहीं है। लेकिन जहां सरसों फसल का फुल निकला है बारिश से नुकसान पहुंचेगा। पर बारिश से गेहूं फसल को फायदा होगा। आलू, टमाटर को नुकसान पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि फसल को नुकसान से बचाव के लिए किसान पानी डालकर एक लीटर रोगर नामक दवा खेतों में छिड़काव करें। जैविक विधि से भी नुकसान होने से बचाया जा सकता है। खेतों में राख डालने से फसल को नुकसान नहीं होगा। राख डालने से कीड़ा मर जाएगा।