भागलपुर में मुखिया पति की दबंगई: घर पर घुस बांधे हाथ पैर, फिर सड़क पर जमकर पिटाई, लगा जान से मारने का आरोप
बिहार के भागलपुर के सुल्तानगंज प्रखंड के बाथ थाना क्षेत्र में एक पीड़ित ने करहरिया पंचायत के मुखिया पति पर संगीन आरोप लगाए हैं। पीड़ित के मुताबिक मुखिया पति ने उसके साथ जमकर मारपीट की है। जान से मारने की नियत से ऐसा किया गया।
संवाद सूत्र, भागलपुर : जिले के सुल्तानगंज प्रखंड के बाथ थाना क्षेत्र के पीपरा गांव निवासी राकेश कुमार ने करहरिया पंचायत के मुखिया पति व उसके अन्य सहयोगियों पर घर में घुसकर हाथ-पैर बांधकर बीच सड़क पर ले जाकर जान से मारने का आरोप लगा बाथ थाना में आवेदन दिया गया है। आवेदन में बताया है कि 15 मई 2022 को दोपहर 12:05 बजे मुखिया पति मंटू कुमार एवं उसके अन्य 20 सहयोगी मेरे घर में घुसकर मेरा हाथ-पैर बांधकर ले जाने का प्रयास करने लगा।
पीड़ित ने लिखा, 'जब मैं कारण पूछा तो बोला कि 12 मई 2022 को भागलपुर में मनरेगा और इंदिरा आवास में आवेदन क्यों किया। मैंने कहा कार्य में गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाने के लिए आवेदन दिया हूं। इस बात पर मंटू ने पिस्तौल निकाल कर मेरे कनपटी में सटा भद्दी भद्दी गाली देते हुए मुझे खींचने लगा। तब मेरा परिवार सहित ग्रामीण दौड़ा और उसको रोकने लगा। इसके बाद फोन से थाना प्रभारी बाथ को घटना से अवगत कराया। तभी वे लोग भाग गए।'
दूसरी ओर मुखिया पति मंटू कुमार ने बताया कि मेरे ऊपर साजिश के तहत सरासर झूठा व बेबुनियाद आरोप लगाया गया है, जबकि पंचायत के पूर्व मुखिया विभूति भूषण के कहने पर उसके गुंडे राकेश कुमार व दिलीप कुमार मनरेगा कार्य के प्रत्येक योजना में 20 प्रतिशत रंगदारी की मांग करता है। नही देने पर बार-बार धमकी देता है कि रंगदारी नही दोगे तो झूठा केस में फंसा देंगे। साथ ही कुमैठा पंचायत की मुखिया जैसा हाल करने की धमकी देता है जिससे घर से बाहर निकलने में भय लगता है।
इधर, थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि आवेदन की सत्यता की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मुखिया पति की दबंगई की खबर और उसपर लगे आरोप की चर्चा चारों ओर हो रही है। पीड़ित के घर कई लोग इस बात की दबे मुंह तस्दीक करने भी पहुंच रहे हैं कि क्या वाकई में ऐसा कुछ हुआ है?