Bhagalpur News: नौकरी दिलाने के नाम पर दवा कंपनी के मैनेजर से छह लाख की ठगी, शातिर ने अलग तरीके से लगाया चूना
भागलपुर में एक दवा कंपनी के एरिया मैनेजर के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है। विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे छह लाख रुपये ठग लिए गए। पीड़ित ने साइबर अपराधी के झांसे में आकर ट्रिनिनाड एंड टोबैगो और बारबोडास में नौकरी के लिए हामी भर दी थी। आरोपी ने उन्हें चार लाख रुपये की सैलरी आवास और वाहन की सुविधा का लालच दिया था।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर एक दवा कंपनी के एरिया मैनेजर से छह लाख रुपये की साइबर ठगी का मामला प्रकाश में आया है।
भागलपुर के तिलकामांझी थानाक्षेत्र के मुंदीचक में रहने वाले आरा जिले के संहार निवासी पीतांबर राय को साइबर अपराधी ने ट्रिनिनाड एंड टोबैगो और बारबोडास में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था।
झांसे में आकर पीतांबर राय ने ट्रिनिनाड एंड टोबैगो देश की दवा कंपनी मर्क शार्प एंड डोहेम कंपनी में मैनेजर की नौकरी पर हामी भर दी। चार लाख रुपये की सैलरी, आवास और वाहन की सुविधा होने की बात साइबर शातिर ने कही थी। इसके लिए कुल दस लाख रुपये का इंतजाम करने को कहा था।
छह लाख रुपये पहले देने की बात थी। झांसा देने वाले ठग ने कॉल कर कहा था कि ट्रिनिनाड एंड टोबैगो जाने के लिए वीजा की कोई झंझट नहीं। इसी प्रलोभन में फंसकर एरिया मैनेजर छह लाख रुपये भेज दिए। साइबर ठगी की बाबत राय ने पोर्टल पर इसकी शिकायत दर्ज करा दी है।
मंगलवार को साइबर थाने में भी केस दर्ज कराने जाने की बात कही है। साइबर अपराध में शामिल शातिर ने जाब पोर्टल से पीतांबर राय का रिज्यूम लेकर उन्हें एक ई-मेल भेजा था। जिसमें उन्हें ट्रिनिनाड एंड टोबैगो देश की दवा कंपनी मर्क शार्प एंड डोरेम नामक कंपनी में मैनेजर पद का जाब दिलाने का वादा किया।
नौकरी की जुगाड़ के एवज में छह लाख रुपये लिए
साइबर शातिर ने राय को व्हाट्सएप के जरिये संपर्क कर यह जानकारी दी कि उनका उपरोक्त दवा कंपनी में सेलेक्शन हो गया है। फिर उनसे रजिस्ट्रेशन चार्ज, इंटरव्यू और कंपनी के प्रमुख पद मैनेजर की नौकरी की जुगाड़ के एवज में छह लाख रुपये लिए। राय ने बताया कि कॉल करने वाले ने अपना नाम रणविजय सिंह बताया था।
उसने आरा के जैन कॉलेज से स्नातक पास होने की जानकारी दी। उन्हें बैकडोर से मदद करने और मैनेजर पद की नौकरी दिलाने का भरोसा जताया। वह उसके झांसे में आ गए।
पैसे देने के बाद जब जाब को लेकर उससे संपर्क करने का प्रयास करना शुरू किया तो अब इधर से कॉल करने पर कोई रिस्पांस नहीं मिला। तब राय को समझ में आ गया कि वह ठगी के शिकार हो चुके हैं। उन्होंने टोल फ्री पोर्टल पर घटना की शिकायत दर्ज करा दी है।