Cyber crimes : सस्ती बाइक के नाम पर उड़ाए तीन लाख रुपये, पेटीएम से भी रुपये गायब
Cyber crimes जिले में साइबर अपराध बढ़ गया है। लगातार किसी ने किसी के खाते से रुपये निकाल लेने की सूचना मिलती है। ज्यादातर केस दर्ज भी नहीं होते।
भागलपुर, जेएनएन। सस्ती बाइक का झांसा देकर साइबर ठगों ने बरारी निवासी कुंज बिहारी यादव के खाते से तीन लाख रुपये उड़ा लिए। इस संबंध में कुंज बिहारी के बयान मंगलवार की देर शाम को अज्ञात पर बरारी ओपी में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
उन्होंने कहा है कि ऑनलाइन बाइक खरीदारी की थी। इसके लिए दो हजार रुपये ऑनलाइन भुगतान किया। फोन पर मांगने पर संबंधित व्यक्ति को उन्होंने खाता नंबर और ओटीपी नंबर दिया। एक माह बाद मंगलवार को उन्होंने अपना बैंक खाता अपडेट कराया। खाता से तीन लाख रुपये की निकासी कर ली गई थी। बरारी ओपी प्रभारी नवनीश कुमार ने बताया कि सस्ती बाइक का झांसा देकर साइबर ठगों ने कुंज बिहार के खाता से रुपये उड़ा लिया। बदमाशों का पता लगाया जा रहा है।
पैसे लेन-देन के ऑनलाइन बैंकिंग एप पेटीएम के द्वारा एक उपभोक्ता के खाते से एक लाख 33 हजार रुपये उड़ाने का मामला सामने आया है। पीडि़त उपभोक्ता नवगछिया के राजेंद्र कॉलोनी निवासी संतोष कुमार ङ्क्षसह की पत्नी पूर्णिमा कुमारी ने पेटीएम पर गबन और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
पूर्णिमा कुमारी के अनुसार 24 जुलाई से लेकर दो सितंबर के बीच पेटीएम के द्वारा उनके एचडीएफसी बैंक के खाते से कई बार राशि की निकासी की गई है। किसी दिन 14 तो किसी दिन 20 से 22 हजार रुपये उड़ाए गए हैं। इसकी जानकारी बैंक जाने पर मिली। टीवी और मोबाइल रिचार्ज करने के लिए वो पेटीएम यूज करती थीं। इस वजह से एटीएम नंबर पेटीएम एप पर सेव हो गया था।
पूर्णिमा ने बताया कि बैंक से एक लाख पांच हजार रुपये ऋण लेने के लिए आवेदन दी थी। बैंक कर्मी सुमित कुमार ने ऋण स्वीकृत होने की मोबाइल पर सूचना दी, जिसके बाद बैलेंस चेक की तो होश उड़ गए। बैंक में पहले से जमा रकम में एक लाख 33 हजार रुपये गायब थे। बैंक स्टेटमेंट निकाली तो पता चला कि 24 जुलाई से दो सितंबर के बीच पेटीएम के द्वारा उनके खाते से कुल एक लाख 33 हजार रुपये उड़ाए गए हैं। बैंक द्वारा भी कभी राशि निकासी की सूचना नहीं दी गई।