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नक्सलियों से लोहा लेने वाले जवान कोरोना से हो रहे लहूलुहान, दर्जन भर STF और CRPF के जवान संक्रमित

बिहार में लगातार कोरोना संक्रमण का मामला बढ़ता जा रहा है। सीआरपीएफ व एसटीएफ के कई जवान भी कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। कुछ की मौत हो गई है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 04:11 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 04:11 PM (IST)
नक्सलियों से लोहा लेने वाले जवान कोरोना से हो रहे लहूलुहान, दर्जन भर STF और CRPF के जवान संक्रमित
नक्सलियों से लोहा लेने वाले जवान कोरोना से हो रहे लहूलुहान, दर्जन भर STF और CRPF के जवान संक्रमित

जमुई, जेएनएन। जंगलों और पहाड़ों के बीच नक्सलियों से लोहा लेने वाले अर्धसैनिक बल के जवान कोरोना से लहूलुहान हो रहे हैं। आलम यह है कि सीआरपीएफ, एसएसबी और एसटीएफ के अधिकारी सहित बीएमपी, जीआरपी, रेल पुलिस के सात दर्जन से अधिक जवान संक्रमित हो चुके हैं। सीआरपीएफ 215 बटालियन के कमांडेंट तो एम्स में प्लाज्मा के बाद भी जीवन और मौत से जूझ रहे हैं।

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सीआरपीएफ के जवान हुए सर्वाधिक संक्रमित

यूं तो संक्रमण की चपेट से जमुई में शायद ही कोई कैंप अछूता रहा लेकिन संक्रमण के आघात से सीआरपीएफ कैंप सर्वाधिक प्रभावित रहा। लगभग दो दर्जन के आसपास सीआरपीएफ -131 और उतनी ही संख्या में सीआरपीएफ 215 बटालियन में संक्रमण फैलने का आंकड़ा रहा। सीआरपीएफ के दो तथा एसएसबी के एक कमांडेंट स्तर के अधिकारी भी संक्रमित हुए। संक्रमण केेे विस्तार से एसटीएफ और पुलिसकर्मी भी जूझ रहे हैं। झाझा के एसडीपीओ भास्कर रंजन और एसएचओ सिद्धेश्वर पासवान सहित 25 पुलिसकर्मी तथा एसटीएफ के इंस्पेक्टर रैंक के एक अधिकारी सहित 13 जवान संक्रमित हो आइसोलेशन में चले गए।

संक्रमण का आंकड़ा

सीआरपीएफ 215 - 22

सीआरपीएफ 131- 22

एसटीएफ- 13

पुलिस लाइन - 9

झाझा थाना- 6

जमुई थाना- 5

बीएमपी- 5

रेल थाना झाझा- 4

जीआरपी झाझा- 4

एसएसबी- 2

घर से वापस लौटे जवानों से फैला वायरस

बताया जाता है कि छुट्टी बिताकर घर से वापस लौटे जवानों से ही इन कैंपों में संक्रमण फैला। हालांकि कई जगह सब्जी और फल की खरीदारी के दौरान संक्रमितों के संपर्क में आने से संक्रमण की बात सामने आ रही है।

एसएसबी ने वक्त रहते कर लिया कंट्रोल

संक्रमण का पहला केस एसएसबी कैंप में आया लेकिन वक्त रहते कंट्रोल कर लेने में उन्हें कामयाबी मिली। वहां कमांडेंट स्तर के एक अधिकारी के अलावा एक जवान के बाद संक्रमण का कोई तीसरा मामला अब तक सामने नहीं आया है।

कोरोना संक्रमण नामक वैश्विक महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है। इस दौर में सतर्कता के साथ-साथ मास्क और फिजिकल डिस्टेंस का पालन करना महत्वपूर्ण है। अब छुट्टी से वापस लौटने वाले हर जवान पहले क्वारंटाइन होते हैं उसके बाद उन्हें जवानों के साथ रहने की अनुमति दी जाती है। - शिव मोहन दीक्षित

सहायक कमांडेंट सीआरपीएफ 131 बटालियन बरहट।


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