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अब भागलपुर की जेल में भी परिवार संग रह सकेंगे 'कैदी'

बक्सर की तर्ज पर अब शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा (सेंट्रल जेल) कैंपस में भी सरकार के विशेष योजना के तहत मुख्य धारा में लौटने वाले कैदी अपने परिवार के साथ रह सकेंगें।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jun 2018 06:00 AM (IST)Updated: Thu, 21 Jun 2018 06:00 AM (IST)
अब भागलपुर की जेल में भी परिवार संग रह सकेंगे 'कैदी'
अब भागलपुर की जेल में भी परिवार संग रह सकेंगे 'कैदी'

भागलपुर। बक्सर की तर्ज पर अब शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा (सेंट्रल जेल) कैंपस में भी सरकार के विशेष योजना के तहत मुख्य धारा में लौटने वाले कैदी अपने परिवार के साथ रह सकेंगें। इसके लिए कैंपस में ओपन जेल के निर्माण स्थल के निरीक्षण के लिए जेल आइजी मिथिलेश मिश्रा बुधवार को भागलपुर पहुंचे। उन्होंने सेंट्रल जेल में ओपन जेल सहित हाइ सिक्योरिटी जेल के लिए स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के पश्चात वे इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजेंगे। कैंपस का स्थल दोनों जेलों के लिए उन्होंने उचित बताया है। मानकों पर खरा उतरने के बाद ओपन जेल में रहेंगे कैदी

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मुख्यधारा में लौटने की चाह रखने वाले कैदियों को एक मौका देने के उद्देश्य से सजा के अंतिम एक-दो वर्ष ओपन जेल में रखा जाता है। इसके लिए सजा के दौरान जेल में उसके आदत और व्यवहार के आधार पर भी चयन होता है। ओपन जेल में कैदियों को भेजने से पहले जेल प्रशासन प्रक्रिया पूरी करते हैं। जो कैदी मापदंड पूरा करते हैं। उन्हें ओपन जेल में शिफ्ट कर दिया जाता है। वे वहां अपने परिवार के साथ सारी सुख सुविधाओं के साथ अपने खर्च पर रह सकता है। इसके लिए ऐसे कैदियों का चयन किया जाता है जो आदतन अपराधी नहीं होते हैं और मुख्य धारा में लौटने के लिए प्रयासरत होते हैं। इंडस्ट्री के रुप में विकसित होगा जेल का कारखाना

जेल आइजी ने बताया कि भागलपुर की जेलों में पि्रंटिंग प्रेस समेत कई छोटे छोटे कैदियों के लिए उद्योग लगे हुए हैं। यदि उन्हें तकनीकी रूप से और विकसित किया जाए तो यहां से सरकार को राजस्व का अच्छा मुनाफा होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार को अलग से प्रस्ताव दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जेल के मैन पावर का प्रयोग इस कार्य में लाया जाएगा। इसके लिए वे कार्ययोजना बनाने में जुटे हुए हैं। आज वे कैंप जेल में मुलाकाती समेत सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे। उन्होंने सीटीएस में चल रहे जेल सिपाहियों के प्रशिक्षण का भी निरीक्षण किया है।


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