नगर निगम में अविश्वास प्रस्ताव : कुछ ही देर में होगा मेयर और डिप्टी मेयर के भाग्य का फैसला Bhagalpur News
पूर्वाह्न 11 बजे से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी है। नगर निगम ने इसी सारी तैयारी पूरी कर ली है। मतदान के लिए बैलेट बॉक्स भी नगर आयुक्त ने मंगवाया लिया है। दोनों गुट तैयार है।
भागलपुर [जेएनएन]। नगर निगम सभागार में अब से कुछ ही देर में बुधवार को मेयर सीमा साहा और डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के भाग्य का फैसला होगा। पार्षदों द्वारा लाए गया अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए विशेष बैठक बुलाई गई है। प्रस्ताव गिरेगा या रहेगा इसी बैठक में तय हो जाएगा।
पूर्वाह्न 11 बजे से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी है। नगर निगम ने इसी सारी तैयारी पूरी कर ली है। मतदान के लिए बैलेट बॉक्स भी नगर आयुक्त ने मंगवाया लिया है। विवाद की संभावना को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 20 से अधिक से अधिक पार्षदों का उपस्थित रहना जरूरी है। जबकि बहुमत के लिए 25 पार्षदों का समर्थन चाहिए। वार्ड 27 के पार्षद उमर चांद को जमानत मिल गई है। उमर ने बताया कि विशेष बैठक में वे भी शामिल होंगे।
अगर बैठक में पार्षद नहीं पहुंचे तो प्रस्ताव गिर सकता है। ऐसी कई संभावना और आशंका को लेकर मंगलवार को नगर निगम में चर्चा होती रही। नेपाल जाने वाले पार्षदों की उपस्थित को लेकर संशय अब भी बरकरार है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नेपाल जाने वाले पार्षद शहर लौट गए है। उन्हें आसपास के इलाके में रखा गया है। विपक्षी खेमे के पार्षद इन सभी गतिविधियों पर अपनी नजर बनाए हुए है। डॉ. प्रीति शेखर और संजय सिन्हा ने बताया कि वे बैठक में शामिल होंगे। सभी पार्षदों को खुलकर अपनी बातों को रखना चाहिए। मेयर और डिप्टी मेयर के बैठक में शामिल होने को लेकर भी संशय बरकरार है।
अविश्वास प्रस्ताव से पहले स्थायी समिति से संजय सिन्हा का इस्तीफा
नगर निगम में बुधवार को मेयर और डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष सत्र बुलाई गई है। इसके 24 घंटा पहले मंगलवार को मेयर सीमा साहा के सबसे करीबी रहे पार्षद संजय सिन्हा ने स्थायी समिति सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया। मेयर के कार्यालय नहीं आने पर संजय सिन्हा ने पार्षदों के साथ नगर आयुक्त जे. प्रियदर्शिनी को अपना इस्तीफा सौंपा।
पार्षद संजय सिन्हा ने कहा, निर्वाचित अधिकारी व पार्षदों के आचरण से शहर की जनता को लज्जित होना पड़ा है। विगत दो साल में न तो उनके वार्ड का विकास हुआ और न शहर का। शहरवासी ने वायरल वीडियो में पार्षदों की करतूत को देखा है। इससे जनप्रतिनिधियों को शर्मसार होना पड़ा है। ऐसे में स्थायी समिति की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने कहा, जब कोई उम्मीदवार ही नहीं है तो यह कैसा अविश्वास प्रस्ताव है। जिन पार्षदों ने प्रस्ताव लाया है उन्हें बुधवार को आयोजित विशेष बैठक में चर्चा के लिए शामिल होना चाहिए। नहीं तो जनता के विश्वास के साथ धोखा साबित होगा। हम भी बैठक में शामिल होंगे। इस मौके पर पार्षद बिधुबाला सिंह, बबीता देवी, खुशबू कुमारी, नन्हीं बेगम, नजमा खातून, संजय सिन्हा व पार्षद प्रतिनिधि मु. असगर, शाबीर अली, शाहिद खान, शकील खान आदि मौजूद थे।