Move to Jagran APP

Coronavirus effect : घर में न टेलीविजन न मोबाइल, ऑनलाइन नहीं की पढ़ाई, परीक्षा सिर पर

Coronavirus effect कोरोना काल में सबसे ज्‍यादा परेशानी छात्रों को हुई। हालांकि बाद के कुछ माह से इस दौरान ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दिया गया है। लेकिन ऑनलाइन पढाई की सुविधा हरेक के पास नहीं है। अब सभी छात्रों को इसी माध्यम से ढ़ाई करनी है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 11:54 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 11:54 AM (IST)
Coronavirus effect : घर में न टेलीविजन न मोबाइल, ऑनलाइन नहीं की पढ़ाई, परीक्षा सिर पर
खगडि़या में कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई हुई।

खगडिय़ा, जेएनएन। Coronavirus effect :  कोरोना की मार चारों तरफ दिखाई पड़ रही है। कोरोना से रोजी-रोटी, शिक्षा सब प्रभावित हुआ है। लोगाें की रोजमर्रे की जिंदगी प्रभावित हुई है। छात्रों के पठन-पाठन पर असर पड़ा है। आलम यह है कि 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा है। परीक्षा की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। छात्र ढाई माह बाद परीक्षा देंगे। लेकिन कोरोना के कारण सिलेबस पूरा नहीं हुआ है। परीक्षार्थियों में संशय है, वे परेशान हैं। आखिर कैसे मैटि्रक की वार्षिक परीक्षा देंगे। सरकार ने ऑललाइन पढ़ाई तो शुरू कर दी है, लेकिन इसके लिए किसके पास कितना साधन उपलब्‍ध है इसकी जानकारी लेना सरकार ने कभी मुनासिब नहीं समझा। 

loksabha election banner

शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आठ वर्ष पूर्व मध्य विद्यालयों को अपग्रेड कर उत्क्रमित उच्च विद्यालय का दर्जा दिया गया। दर्जा तो उच्च विद्यालय का मिल गया, परंतु शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई। इन स्‍कूलों में पढ़ने वाले बच्‍चे कैसे बिना पढ़े परीक्षा देंगे इसका भगवान ही मालिक हैं। यूं कहे कि गरीबों के बच्‍चों की पढ़ाई भगवान भरोसे चल रही है। मैटि्रक की वार्षिक परीक्षा ये बच्‍चे कैसे देंगे इसके परीक्षा का परिणाम क्‍या होगा सब कुछ भाग्‍य भरोसे है। 

 जानकारी के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2013- 14 में मध्य विद्यालय सकरोहर को अपग्रेड कर उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय का दर्जा मिला। छह वर्षों बाद भी यहां शिक्षक नहीं है। वित्तीय वर्ष 14-15 में  चोढ़ली, तेलिहार एवं बेला नौवाद मध्य विद्यालय को उत्क्रमित कर माध्यमिक विद्यालय का दर्जा दिया गया, लेकिन कहीं भी शिक्षक नहीं है।

 क्या कहते हैं परीक्षार्थी

उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय चोढ़ली के परीक्षार्थी रौशन कुमार कहते हैं कि कोरोना के कारण स्कूल बंद हो गया। घर में न टीवी है और न ही मोबाइल है। मैट्रिक की परीक्षा कैसे देंगे पता नहीं। परीक्षार्थी बिट्टू कुमार कहते हैं- भगवान भरोसे मैट्रिक की परीक्षा देंगे। इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी का रटा-रटाया जवाब है- शिक्षकों की बहाली होने के बाद अपग्रेड विद्यालयों में नियुक्ति की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.