Corona effect : विदेश से लौटे लोग घरों में रहेंगे कैद, बनाई गई सूची, घर पर पर्चा चिपकाया जाएगा
JLNMCH और सिविल सर्जन ने जिला प्रशासन को ऐसे लोगों की सूची उपलब्ध कराई है। इसी सूची के आधार पर जिला प्रशासन ने नगर निगम और प्रखंड प्रशासन को पर्चा चस्पा करने का निर्देश दिया है।
भागलपुर, जेएनएन। विदेश और देश के विभिन्न राज्यों से शहर लौटने वाले 60 से अधिक लोगों पर जिला प्रशासन की पैनी नजर है। इनके घरों पर कोरेंटाइन का पर्चा चस्पा किया जाएगा। यानी जब तक संक्रमण समाप्त नहीं हो जाता, इन्हें घर में ही रहना पड़ेगा।
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) और सिविल सर्जन ने जिला प्रशासन को ऐसे लोगों की सूची उपलब्ध कराई है। इसी सूची के आधार पर जिला प्रशासन ने नगर निगम और प्रखंड प्रशासन को पर्चा चस्पा करने का निर्देश दिया है। नगर आयुक्त जे. प्रियदर्शनी ने उपनगर आयुक्त के साथ बैठक कर इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली है। शहर में 60 से अधिक लोग चीन, यूके व कतर देशों के साथ ही विभिन्न राज्यों से लौटे हैं। निगम का आइटी सेल मोबाइल से संपर्क कर इनका ब्योरा तैयार कर रहा है। उपनगर आयुक्त प्रफुल्ल यादव ने बताया कि शनिवार से इनके घरों पर क्वारंटाइन का पर्चा चस्पा किया जाएगा।
इनसे किया जा रहा संपर्क
राजेंद्र प्रसाद पथ में तीन लोग हांगकांग और चार लोग चीन से लौटे हैं। आदमपुर से व्यक्ति नार्वे, वंशीटीकर में एक व्यक्ति कतर से, नवगछिया के दो लोग संयुक्त राज्य अमेरिका, जगदीशपुर में एक व्यक्ति इटली से लौटा है। इसके अलावा भी अन्य कई लोग हैं, जिनकी पहचान की जा रही है। तहसीलदार व विकास मित्रों इनकी पहचान करेंगे।
आज से पर्चा चिपकाने की होगी कार्रवाई
देश-विदेश से शहर लौटने वाले लोगों के घरों में विकास मित्र व तहसीलदार शनिवार से पर्चा चिपकाने के लिए भेजा जाएगा।
आस्ट्रेलिया से लौटे इंजीनियर समेत सात आइसोलेट
आस्ट्रेलिया से लौटे भागलपुर के इंजीनियर समेत सात लोगों को आइसोलेशन कक्ष में रखा गया है। इनमें से एक जगदीशपुर प्रखंड स्थित फुलवरिया गांव का रहने वाले हैं। इंजीनियर ने फोन से बातचीत में बताया कि चिकित्सकों ने जांच के बाद कोराना नहीं होने की बात कही है। हालांकि बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उतरते ही प्रारंभिक जांच बाद सातों को 14 दिनों तक चिकित्सकों की निगरानी में भेज दिया गया। इनके फ्लैट को ही आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। उन्होंने बताया कि कंपनी की ओर से आस्ट्रेलिया के टोगो सिटी में तीन माह पूर्व गए थे। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण समय पूर्व वहां से लौटना पड़ा। उनकी पत्नी और एक बच्ची दिल्ली में लॉक डाउन के कारण फंसे हैं। वहां से बेंगलुरु पहुंच नहीं सकते।