Corona effect : कोरोना से जंग को दो महिलाएं बना रहीं 'हथियार'
आपातकालीन सेवाओं के लिए डटे रेलकर्मियों को दो महिलाओं की कोरोना से जंग की जिद ने नया हौसला दिया।
भागलपुर [रजनीश]। आपातकालीन सेवाओं के लिए डटे रेलकर्मियों को दो महिलाओं की 'कोरोना से जंग की जिद' ने नया हौसला दिया। दोनों बताती हैं कि वे कोरोना को हराने के लिए हथियार तैयार कर रही हैं। दरअसल, दो रेलकर्मियों की पत्नियों ने बाजार में मास्क की कमी को देखते हुए घर पर ही इसका निर्माण शुरू किया। अभी भागलपुर से लेकर मिर्जाचौकी तक 61 किलोमीटर रेलखंड पर 200 रेलकर्मियों को मास्क बांटे गए हैं। काम अभी जारी है।
लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए मालगाडिय़ों का परिचालन जारी है। रेल कर्मियों के लिए मुख्यालय से बड़ी संख्या में मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराए गए थे। बावजूद, ये मास्क नहीं पहुंच पाए और स्थानीय स्तर पर मास्क की खरीदारी करने को कहा गया। बाजार में भी मास्क मिल नहीं रहे हैं। बिना मास्क के ही रेलकर्मी ड्यूटी कर रहे हैं। इस परिस्थिति को समझकर दो रेलकर्मियों की पत्नियों ने घर पर ही मास्क बनाकर रेलकर्मियों को बांटने का फैसला किया।
चीफ यार्ड मास्टर सह प्रभारी स्टेशन अधीक्षक की पत्नी प्रियंवदा देवी (48) और यातायात निरीक्षक बीबी तिवारी की पत्नी अनु तिवारी (39) पिछले तीन दिनों से मास्क बना रही हैं। एक दिन में औसतन 75 मास्क दोनों मिलकर तैयार कर रही हैं। लगभग 20 रुपये प्रति मास्क इसकी लागत आती है। इन्होंने बताया कि कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी चिंतित हैं। इसी चिंता को समझते हुए उन्होंने यह छोटी सी पहल की है। अभी भागलपुर, सबौर, लैलख, कहलगांव, पीरपैंती, शिवनारायणपुर व मिर्जाचौकी स्टेशनों पर तैनात कर्मियों को मास्क उपलब्ध कराए गए हैं।