Corona effect : खाली जेब कोरोना से कैसे लड़ेंगे मुखियाजी
जिले में 242 पंचायत है। कोरोना की रोकथाम के लिए गांव स्तर पर सफाई सहित अन्य अभियान चलाया जाना है। लेकिन राशि ही नहीं दी गई है।
भागलपुर [नवनीत मिश्र]। ग्राम पंचायतों में कोराना से बचाव के लिए मुखिया को सैनिटाइजर से लेकर अन्य व्यवस्था सुधारने की जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन, इन्हें अब तक सरकार की ओर से राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है। ऐसे में खाली जेब मुखियाजी गांवों को कोरोना से कैसे बचाएंगे, जबकि प्रशासन इनकी दलील को झुठला रहा है। प्रशासन का कहना है कि जिले के सभी पंचायत के मुखिया को 14वें वित्त आयोग की राशि भेज दी गई है।
जिले में 242 पंचायत है। कोरोना की रोकथाम के लिए गांव स्तर पर सफाई सहित अन्य अभियान चलाया जाना है। कई मुखिया ने शुरुआती दिनों में अपने जेब से सैनिटाइज कराया और लोगों को जरूरी सामानें भी उपलब्ध कराए। लेकिन, अब जेब जब जवाब दे दिया तो मुखिया ने हाथ खड़े कर दिए।
मुखिया संघ का कहना है कि उन्हें राशि नहीं मिली है। सरकार कह रही है कि पंचायत के मुखिया के खाते में पंचम वित्त आयोग की पूरी राशि दी जा रही है, लेकिन अभी तक कोई राशि नहीं मिली है। कोरोना से बचाव के गांवों में जो कार्य हो रहा है, वह मुखिया के निजी खर्च से हो रहा है। सरकार की ओर मुखिया के खाते में राशि भेजने की जानकारी मिलने के बाद से ग्रामीण मुखिया पर राशि खर्च करने के लिए दबाव बना रहे हैं। गांव में तनाव का माहौल बन रहा है।
मुखिया के खाते में कोई राशि नहीं आई है। राशि मिलने की खबर के बाद से पंचायत का माहौल बिगड़ गया है। ग्रामीण राशि खर्च करने के लिए दबाव बना रहे हैं। सरकार मुखिया को तंग और बदनाम करने की कोशिश कर रही है। -विनीत कुमार सिंह, अध्यक्ष मुखिया संघ खरीक
मुखिया अपने खर्च पर साफ-सफाई और सैनिटाइज का कार्य पंचायत में करवा रहे हैं। सरकारी से कोई राशि प्राप्त नहीं हुई है। ग्रामीण मुखिया पर राशि खर्च करने का दबाव बना रहे हैं। - रविंद्र यादव, अध्यक्ष मुखिया संघ बिहपुर
आबादी के हिसाब से पंचायत को राशि उपलब्ध करा दी गई है। साढ़े तीन लाख से आठ लाख रुपये तक पंचायत को दिए गए हैं। इस राशि से साफ-सफाई, सैनिटाइजर, ग्लब्स, ब्लीचिंग पाउडर, मास्क आदि की खरीद करना है। मुखिया को पत्र के माध्यम से सारी जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। -राजेश कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी