Corona effect : मोबाइल ही नहीं तो सरकारी स्कूलों के बच्चे कैसे पढ़ेंगे ऑनलाइन
सरकारी स्कूलों में ज्यादातर गरीब परिवार के बच्चे ही पढ़ते हैं। उनके घरों में आज भी एंड्रॉयड फोन नहीं है। ऐसे में वह कैसे ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे।
भागलपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के चलते निजी स्कूलों के बाद जिले के सरकारी स्कूलों में भी ऑनलाइन पढ़ाई सुनिश्चित कराने को कहा गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी स्कूलों के प्राचार्य और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को पत्र जारी कर निर्देश दिया हैं।
यहां अहम सवाल यह है कि इसे क्रियान्वित कैसे किया जाएगा। सरकारी स्कूलों में ज्यादातर गरीब परिवार के बच्चे ही पढ़ते हैं। उनके घरों में आज भी एंड्रॉयड फोन नहीं है। ऐसे में वह कैसे ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। इधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने शुक्रवार को वर्ग छह से 12 वीं तक के बच्चों को उन्नयन एप और वर्ग एक से पांचवीं तक को दीक्षा नेशनल टीचर्स प्लेटफॉर्म फोर इंडिया के माध्यम से पढ़ाई कराने का निर्देश दिया हैं। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को एक से दो दिनों में इसे शुरू कराने कहा है।
स्कूल प्राचार्य के पास नंबर तक नहीं
ऑनलाइन पढ़ाई की घोषणा तो विभाग ने कर दी है। हकीकत यह है कि जिले के 90 फीसद सरकारी स्कूलों के प्रधान के पास बच्चों और अभिभावकों के मोबाइल नंबर तक नहीं है। ऐसे में ऐसे में शिक्षा विभाग का ऑनलाइन पढ़ाई की योजना सफल होता नहीं दिख रहा।
मुख्य बातें
-जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जिले के सभी प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चत्तर विद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई के लिए दिए निर्देश
-1800 के करीब है प्राथमिक और मध्य विद्यालय
-250 है उच्च और उच्चतर विद्यालय जिले में
-07 लाख के आसपास छात्र पढ़ते हैं सरकारी स्कूलों में