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Corona effect : लॉकडाउन में शब-ए-बरात को इस तरह मनाने का लिया निर्णय

कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन है। इस कारण इस बार शब ए बरात घरों में ही मनाया जाएगा। मुस्लिम समुदाय के लोग घरों में ही इबादत करेंगे।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 08 Apr 2020 09:59 AM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 09:59 AM (IST)
Corona effect : लॉकडाउन में शब-ए-बरात को इस तरह मनाने का लिया निर्णय
Corona effect : लॉकडाउन में शब-ए-बरात को इस तरह मनाने का लिया निर्णय

भागलपुर, जेएनएन। इस्लामिक कैलेंडर का एक अहम और मुबारक महीना होता है शाबानुल मोअज्जम। इसी माह में एक मुबारक रात होती है जिसे शब- ए-बरात कहते हैं। पैगम्बर मुहम्मद साहब ने फरमाया इस रात मे नफिल नमाज अदा करें। रात भर जागकर खूब इबादत करें। कुरान पाक की तिलावत मे मशगूल रहें और दिन मे रोजा रखें। शब-ए- बारात 9 की शाम को मनाई जाएगी। मौलाना सैयद शाह इंतखाब आलम शाहबाज़ी ने बताया।

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उन्होंने बताया कि इस रात में लोग अपने मृत परिजन के लिए मगफेरत के लिए दुआ मांगते हैं। उन्होंने कहा की गुरब सूरज के बाद रात भर आसमानी दुनिया से अपने बंदों के लिए रहमत की बारिश करते हैं । अल्लाह की रहमत पुरी दुनिया पर छा जाती है ।जो इंसान इस रात का फायदा नही उठाते है वो बहुत बड़ी गलती करते हैं। इस पाकीजा और रहमत वाली रातों मे अपने घरों के किसी कोने मे बैठकर खूब इबादत करें। नमाज अदा करें और कुरान पाक की तिलावत करें। जो लोग इस दुनिया से रूखसत हो गए हैं सभी के मगफिरत की दुआ करें।

ख़ानक़ाह पीर दमदारिया शाह के नायब सज्जादा मौलाना सैयद शाह फखरे आलम हसन ने कहा शब ए बरात मे कब्रिस्तान जाने के बजाए अपने अपने घरों मे रहकर इबादत करना ज्यादा अफजल है ।उन्होंने कहा की मुल्क के वर्तमान हालात मे भीड़ भाड़ से बचते हुए कब्रिस्तान न जाकर घरो मे इबादत करने की अपील की। सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी लोगों से कोरोना वायरस को लेकर कब्रिस्तान न जाकर घरों मे रहकर इबादत करने का लोगों से अपील किया है।इस मौके पर गलत रस्मों रिवाज से भी बचने की जरूरत है।

पूरे विश्व से महामारी खत्म करने को लोग खूसूसी दुआ का करें इस्तेमाल

शबे बरात पर कब्रिस्तान में नहीं बल्कि घर पर रहकर तौबा व दुआ करेंगे। इसको लेकर बुधवार को शाह मार्केट के नायब मोत्तवल्ली सह खानकाह-ए-पीर के सज्जादानशीं सैयद शाह फखरे आलम हसन ने कोरोना वायरस को देखते हुए लॉकडाउन का पालन करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि यह रात इबादत की रात है। मुकद्दस मुबारक रात है। इसमें ज्यादा से ज्यादा कुरान पढ़े और दुआ मांगे। नेकी व भलाई का काम करें। लोग घर से बाहर ना निकले, घर में रहकर तौबा और दुआ में लगे रहे। देश में अमन व शांति व बीमारी दूर हो इसके लिए खास दुआ का एहतमाम करें। शबे बरात मुकद्दस मुबारक मोहतरम रात है जो ईमान वालों को अल्लाह की तरफ से अता की गई है। इसमें ईमान वाले तौबा अस्तगफार दुआ व अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। लोकडाउन को लेकर सरकार ने घर से बाहर नहीं निकलने का निर्देश दिया है। इसको अमल करने की अपील की है। एक जगह जमा ना हो और घरों में ही कुरान की तिलावत हो। नमाज पढ़ी जाए। ताकि यह महामारी पूरे विश्व से खत्म हो। इसके लिए लोग खूसूसी दुआ का इस्तेमाल हो। जो दुनिया से जा चुके हैं उनके लिए मगफिरत की दुआएं की जाए। पूरा देश एकजुटता के साथ कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है। इसलिए सब एकजुट होकर आदेशों का पालन करें।

शाह फखरे आलम हसन ने लोगों से नेक बनने व भलाई के लिए काम करने की अपील की है। दैनिक मजदूरों को लॉकडाउन की वजह से परेशानी हुई है। उनकी मदद के लिए सारा समाज आगे आएंगे तो राहत मिलेगी।


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