Corona effect: 80 फीसद एटीएम सुरक्षित नहीं, साथ रखे सैनिटाइजर, पास नहीं भटकेगा कोरोना
शहर के 80 फीसद एटीएम पूरी तरह असुरक्षित है। एटीएम में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर उपाय नहीं हैं। प्रखंडों की हालत भी कुछ इसी तरह है।
भागलपुर, जेएनएन। आप एटीएम से पैसे की निकासी करने पहुंच रहे हैं तो कोरोना से बचने के लिए खुद को सुरक्षित रखना होगा। साथ में सैनिटाइजर लेकर ही एटीएम जाएं। क्योंकि, शहर के 80 फीसद एटीएम पूरी तरह असुरक्षित है। एटीएम में वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर उपाय नहीं हैं। कुछ एटीएम को छोड़ दें तो ज्यादातर एटीएम में न गार्ड है न और सैनिटाइजर की व्यवस्था। वहीं, प्रखंडों की हालत भी कुछ इसी तरह है। हालांकि, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कुछ एटीएम में सैनिटाइजर की जगह डिटॉल और मेडिकेटेड ऑयल की व्यवस्था की है। वहीं, किसी बैंक प्रबंधन ने एटीएम में सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं की है। ग्राहक अपने हाथों को बिना सैनिटाइज किए ही एटीएम में प्रवेश कर मशीन का उपयोग कर रहे हैं। मंगलवार को शहरी क्षेत्र के एटीएम का जायजा लेने के बाद सच्चाई सामने आई।
निजी और सरकारी मिलाकर 450 एटीएम
जिले में सरकारी और निजी एटीएम मिलाकर 450 के आसपास एटीएम है। इसमें से सबसे ज्यादा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की 136 के आसपास एटीएम है। शहरी क्षेत्र में एसबीआइ की तीन दर्जन एटीएम निजी एजेंसी के पास है। एजेंसी भी पूरी तरह कोरोना को लेकर लापरवाही बरत रही है। ग्राहक इन एटीएम के बटन व स्क्रीन को स्पर्श कर कैश की निकासी और जमा कर रहे हैं। इससे से कोई इस वायरस से संक्रमित होगा तो यह चेन कितने लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। सब जानते हुए बैंक प्रबंधन पूरी तरह लापरवाह है।
नियमित सफाई तक नहीं
एसएस सहाय रोड, मिरजान, भीखनपुर, पटल बाबू रोड, खलीफाबाग, नाथनगर, अलीगंज जैसे इलाकों में संचालित एटीएम की नियमित सफाई तक नहीं हो रही है। जहां सफाई हो रही वहां सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं है। सरकारी की बात तो दूर निजी बैंकों की एटीएम की हालत बदतर है। चार दिन पहले नगर निगम की ओर से जिले के सभी बैंक और एटीएम को सैनिटाइज किया गया था।