Corona Effect : कोरोना ने थाम दी शादी की शहनाई, अब आठ तिथियां हैं शेष
Corona Effect वर्ष 2020 में कोरोना के कारण शादी को ग्रहण लग गया है। हालांकि अब भी कुछ दिन बचे हैं। लेकिन इस दौरान शादी करने में शर्त में बहुत कठिन है।
भागलपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस ने इस बार शादी की शहनाई थाम दी है। सन्नाटे में कुछ शादियां जरूर हुईं, लेकिन लोगों ने सिर्फ परंपरा का निर्वहन किया। जो शादियां हो रहीं हैं, वो औपचारिकता मात्र ही हैं। परिवार के सदस्य तक शामिल नहीं हो पा रहे हैं। अप्रैल, मई और जून में जबरदस्त लग्न था, लेकिन बाजार से लेकर विवाह भवन तक सबकुछ शांत रहा। शादी विवाह के अवसर पर पैसे कमाने की चाहत रखने वाले कैटरर्स व विवाह भवन वालों का धंधा ठप पड़ चुका है। इस धंधे से जुड़े लोग बदहाली का सामना कर रहे हैं।
आठ तिथियां हैं शेष
जून में शादी की आठ तिथियां हैं। गिनती के लोग बिना बैंड बाजे और बराती के शादियां कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने शादी में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने पर रोक लगा दी है। ट्रेन व बस के नहीं चलने के कारण लोगों का आना जाना भी कम हो रहा है।
इस बार थी कई तिथि
पंडित राजेश मिश्र के अनुसार कई वर्षों बाद इस बार गर्मी में शादी की अच्छी तिथि थी। इसलिए शादी-ब्याह और अन्य शुभ कार्यों की तैयारी भी जोरों पर थी। मगर, 2020 की शुरुआत से ही कोरोना ने दस्तक देनी शुरू कर दी। इसके कारण इस बार शादी-ब्याह नहीं के बराबर हुए।
इस महीने मात्र आठ तिथि हैं
08 मुहुर्त हैं जून में, 30 को अंतिम तिथि
04 महीने थम जाएगी शहनाई
25 नवंबर से 11 दिसंबर के बीच आठ तिथियां हैं शादी के
2021 में जनवरी, फरवरी व मार्च तक शादी की तिथि नहीं
जून में शादी की तिथि : 15, 16, 19, 27, 28, 29, 30
लॉकडाउन पर एक नजर
22 मार्च से थम गया सबकुछ, जनता कफ्र्यू था इस दिन
25 मार्च से 14 अप्रैल तक था पहला लॉकडाउन
15 अप्रैल से तीन मई तक रहा दूसरा लॉकडाउन
04 मई से 17 मई तक रहा तीसरा लॉकडाउन
18 मई से 31 मई तक रहा चौथा लॉकडाउन
01 जून से शुरू हुआ है अनलॉक-1
यह है प्रतिबंध
- शादी में 50 से अधिक लोग नहीं हो सकेंगे शामिल
- शादी-बारात घर में किसी भी रूप में शस्त्र ले जाना वर्जित होगा
लॉकडाउन के कारण कैटरर्स का धंधा चौपट हो गया है। अप्रैल, मई और जून में भी कई शुभ मुहुर्त की बुकिंग थी। उसे भी कैंसिल करना पड़ा। नवंबर और दिसंबर में लग्न में सरकार का नियम 50 व्यक्ति के शामिल होने का है। स्थिति यही रही तो इस मंदी से निकलना मुश्किल है। स्टॉफ का घर से पगार देना पड़ रहा है। पार्टी-फंक्शन भी बंद है। -सुशील शर्मा, कैटरर्स संचालक