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Corona Effect : चिकित्‍सक हैरान... ऐसे कैसे हुआ! तीसरी रिपोर्ट निगेटिव, चौथी मिली पॉजिटिव

चिकित्‍सक उम्मीद लगाए बैठे थे कि आखिरी रिपोर्ट भी निगेटिव आएगी। पर ऐसा नहीं हुआ। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्सक हैरान हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 06 May 2020 09:59 AM (IST)Updated: Wed, 06 May 2020 09:59 AM (IST)
Corona Effect : चिकित्‍सक हैरान... ऐसे कैसे हुआ! तीसरी रिपोर्ट निगेटिव, चौथी मिली पॉजिटिव
Corona Effect : चिकित्‍सक हैरान... ऐसे कैसे हुआ! तीसरी रिपोर्ट निगेटिव, चौथी मिली पॉजिटिव

भागलपुर, जेएनएन। जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल  के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना संक्रमित की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद पॉजिटिव रिपोर्ट आने से इलाज कर रहे चिकित्सकों के होश उड़ गए हैं। दरअसल, आइसोलेशन वार्ड में अभी कोरोना के 10 संक्रमित भर्ती हैं। सोमवार को एक संक्रमित को डिस्चार्ज कर दिया गया। चिकित्सकों ने बताया कि नवगछिया निवासी कोरोना संक्रमित महिला की तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के कारण मंगलवार को आखिरी जांच के बाद डिस्चार्ज करने की तैयारी थी। सभी उम्मीद लगाए बैठे थे कि आखिरी रिपोर्ट भी निगेटिव आएगी। पर, ऐसा नहीं हुआ। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्सकों ने बैठक कर चर्चा की। इसके बाद भर्ती सभी मरीजों को दवा का खुराक बढ़ाने की बात कही गई। वहीं, वायरस से निपटने के लिए संक्रमितों को गर्म चाय-पानी ज्यादा दिए जाएंगे। उन्हें शीघ्र स्वस्थ करने के‍ लिए चिकित्सक मंत्रणा कर रहे हैं। 

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तीन सैंपल में दो निगेटिव, संदिग्ध को मिली छुट्टी

जेएलएनएमसीएच में कोरोना जांच के लिए पूर्व से भर्ती तीन मरीजों के सैंपल लिए गए। इसमें से एक मरीज का रिपोर्ट पॉजिटिव और दो की रिपोर्ट निगेटिव आई। जिस संदिग्ध का रिपोर्ट निगेटिव आई उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। स्वास्थ्य प्रबंधक सुनील गुप्ता ने बताया कि जिस मरीज को छुट्टी दी गई थी, उसे संदिग्ध मानते हुए सैंपल लिया गया था। उनपर स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सकों की नजर रहेगी। उस इलाके के अन्य लोगों की भी जांच की जाएगी। 

कोरोना से सहमे स्वास्थ्य कर्मी, दो को अवकाश

कोरोना से स्वास्थ्यकर्मी भी दहशत में हैं। सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह की देखरेख में मेडिकल टीम की बैठक हुई। इसमें दर्जनों कर्मियों ने हार्ट, बीपी, मधुमेह जैसी बीमारियों से पीडि़त होने की जानकारी दी और अवकाश देने की मांग की। सभी ने मेडिकल रिपोर्ट भी सौंपी। एक साथ दर्जनों स्वास्थ्य कर्मियों के अवकाश का आवेदन देख चिकित्सकों की परेशानी बढ़ गई। इसके बाद रिपोर्ट जांच की गई और दो स्वास्थ्य कर्मियों का अवकाश स्वीकृत किया गया।


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