Corona effect : विधायक ने DM को सौंपा पत्र, पार्षदों ने नगर निगम में की बैठक, कई संगठनों ने बढ़ाए हाथ
विधायक अजीत शर्मा ने डीएम को पत्र लिखकर राशन कार्ड आवंटित करने की मांग की। वहीं पार्षद सह भाजपा नेत्री डॉ प्रीति शेखर ने भी लॉक डाउन में गरीबों का सहयोग कर रहीं हैं।
भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर नगर के कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा डीएम को पत्र सौंपा। इसमें कई परिवारों को राशन कार्ड आवंटित करने को कहा है। विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन में तीन महीने का अनाज मुहैया कराने की घोषणा की है। साथ ही बाहर से आए मजदूरों को विशेष सुविधा देने की भी बात कही है। इसके बाद भी जरूरतमंदों को अनाज नहीं मिल रहा है। विधायक ने नगर क्षेत्र में चलाए जा रहे राहत शिविर की सूची मांगी है। विधायक ने राहत शिविर में लोगों से दूरी बनाने की अपील की है। विधायक ने डीडीसी को कहा कि बड़ी संख्या में लोग आवास पर खाद्यान्न के लिए पहुंच रहे हैं। इस कारण उन्हें चिह्नित कर राहत अविलंब उपलब्ध कराया जाए।
आंतरिक संसाधन से राहत कार्य चलाने की मांग
शारीरिक दूरी का पालन करते हुए निगम पार्षदों ने आपातकालीन बैठक की। इसमें पार्षद व उनके प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि नगर निगम प्रशासन अविलंब सभी वार्डों के जरूरतमंदों को राशन/भोजन उपलब्ध कराए। इस कार्य के लिए यदि स्थायी समिति की बैठक बुलानी पड़े तो आपात बैठक बुलाई जाए।
मौके पर पूर्व उपमहापौर सह भाजपा नेत्री डॉ. प्रीति शेखर ने कहा कि नगर निगम के बोर्ड द्वारा पूर्व में ही आंतरिक संसाधन द्वारा प्रत्येक वर्ष एक लाख की राशि खर्च करने का प्रस्ताव पारित है। इस आपदा की घड़ी में वार्डों में सघन सैनिटाइजेशन भी करने की आवश्यकता है। कोरोना से लडऩे में हम निगम जनप्रतिनिधि पीछे नहीं हटेंगे। इस मौके पर संजय सिन्हा, अशोक पटेल, सोनू कुमार, पंकज दास, मो असगर, शकील खान, संजय कुमार, मो. अयाज आदि मौजूद थे।
डॉ. प्रीति शेखर ने लॉक डाउन में निर्धन लोगों को भोजन सामग्री उपलब्ध कराया। उन्होंने अपने वार्ड की साफ-सफाई आदि का भी जायजा लिया। अपील की-घर में रहें। उन्होंने कहा बच्चों पर विशेष ध्यान दें। बच्चों को घर में ही खेलने दें।
स्टेशन चौक पर असहाय को कराया भोजन
कोरोना वायरस के संकट से बचाव को लेकर जहां पूरे देश में लॉकआउट कर दिया गया है, वहीं स्टेशन चौक पर जन सहयोग से ङ्क्षजदगी काट रहे असहाय एवं दिव्यांग लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसे लोगों का भूख से हाल बेहाल है। इस विषम परिस्थितियों में ऐसे असहायों की सोमवार को सामाजिक कार्यकर्ता जिया गोस्वामी ने खूब मदद की। इन्होंने घर से ताजा पका हुआ खाना लेकर स्टेशन चौक पर पहुंची और भूखों को भोजन कराई है। मौके पर उन्होंने लोगों को भरोसा दिया ऐसे जरूरतमंदों को कभी भूखे नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने अन्य लोगों को भी ऐसे पीड़ति मानवता की सेवा के लिए आगे आने की अपील की।
चाइल्ड मदर फाउंडेशन ने मुसहरीघाट में गरीबों को भोजन पैकेट दिया।
जरूरतमंदों के बीच राहत सामग्री वितरित
कृष्णा कलायन कलाकेंद्र की ओर से मंगलवार को बूढ़ानाथ इलाके में 150 जरूरतमंदों के बीच राहत पैकेट बांटा गया। केंद्र की निदेशक श्वेता सुमन ने लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया। सभी मास्क भी दिए। लॉकडाउन में घरों से नहीं निकलने की बात कही। इस अवसर पर जोगसर थानाध्यक्ष विश्व बंधु, शैलेश कुमार सिंह, श्रवण कुमार राय सहित कई थे।
चैंबर ने कई इलाकों में बांटा राहत पैकेट
चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से सोमवार को माधव नगर, तांती बाजार, ईश्वर नगर, केशव नगर, आनंद चिकित्सालय रोड में 500 जरूरतमंदों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया गया। पैकेट में पांच किलो आटा, पांच किलो चावल, दाल, चीनी, दूध पैकेट, सरसो तेल, साबुन थे। अध्यक्ष अशोक भिवानीवाला ने बताया कि राहत सामग्री बांटने का काम बुधवार को भी चलेगा। महासचिव रोहित झुनझुनवाला ने 1200 पैकेट वितरित किए जाएंगे। का लक्ष्य रखा है। इस मौके पर शरद सलालपुरिया, अजीत जैन, नीरज कोटरीवाल, पुनीत चौधरी, गिरधर गोपाल मवांडिया, बालकिशन मवांडिया, ओमप्रकाश कनोडिया, आशीष सर्राफ, अभिषेक जैन, श्रवण बाजोरिया, बालमुकुंद गोयनका , लक्ष्मी नारायण डोकानिया, पदम कुमार जैन, अजय शंकर डोकानिया, नीरज शुक्ला सहित कई थे।
जेएस गार्डेन में कोरोना मरीजों के लिए 30 बेड की व्यवस्था
कोरोना वायरस से पीड़ति मानवता की मदद के लिए लोग दिल खोलकर आगे आने लगे हैं। सोमवार को जेएस गार्डेन के निदेशक राजीव कांत मिश्रा ने दो हॉल को पूरी तरह सैनिटाइज करवा कर 30 बेड का मुकम्मल व्यवस्था कर रखी है। उन्होंने कहा पीड़ति मानवता की सेवा के लिए जब जिस समय इसकी आवश्यकता होती इसका उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एहितयातन सुरक्षा को लेकर सरकार ने पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया है।हम सभी सरकार के इस फैसले के साथ खड़े हैं और हर तरह की मदद को तैयार है। इस महामारी को रोकने के प्रयास से परिस्थितियां विषम हुई है। दिहाड़ी मजदूरों के घर चूल्हे तक बंद हो गए हैं। लेकिन हम सब ने ठान लिया है। किसी को भूखे नहीं सोने देंगे। इस विषम परिस्थितियों से मिलकर लड़ेंगे। कोरोना पर जीत दर्ज करेंगे। पूरी दुनिया भारत के लोगों के जज्बे को देखेंगे।