Coronavirus effect : मजबूरी के सफर में गूंजी किलकारी, त्रिपुरा से खगडिय़ा जा रही विशेष ट्रेन
corona effect त्रिपुरा से खगडिय़ा जा रही श्रमिक ट्रेन में एक बच्ची का जन्म हुआ। महिला नालंदा की रहने वाली है। उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। आनन-फानन में डॉक्टर-नर्स पहुंचे।
कटिहार, जेएनएन। त्रिपुरा से खगडिय़ा जा रही श्रमिक विशेष ट्रेन में एक गर्भवती महिला ने बच्ची को जन्म दिया। रास्ते में ही महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी। इसे लेकर रेल प्रशासन ने भी काफी सहयोग किया।
महिला मिंटू देवी के पति विनोद कुमार ने बताया कि वे लोग नालंदा जिले के डुमरामा के रहने वाले हैं। काफी समय से त्रिपुरा में काम कर रहे थे। लॉकडाउन के कारण काम-धंधा बंद हो गया। इस कारण वे लोग खगडिय़ा जाने वाली ट्रेन पर सवार हो गए। गर्भवती पत्नी को साथ लेकर यह सफर का उचित समय नहीं था, लेकिन कुछ किया भी नहीं जा सकता था। रास्ते में उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। उसने तत्काल साथ चल रहे रेल कर्मी को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने के बाद कटिहार स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचने के पूर्व से ही सीनियर डीसीएम विवेकानंद द्विवेदी और डीसीएम अमिताभ मिश्रा मेडिकल टीम के साथ मौजूद थे। ट्रेन की बोगी में ही महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया। रेल अस्पताल के सीएमएस के नेतृत्व में मेडिकल टीम, रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी व महिला कांस्टेबल ने भी इसमें सराहनीय भूमिका निभाई। इस दौरान लगभग सवा घंटे तक ट्रेन रुकी रही। इसको लेकर ट्रेन में मौजूद यात्रियों को आइआरसीटीसी द्वारा खाना व पानी का वितरण किया गया। महिला व उनके पति ने रेल विभाग को इस काम के लिए धन्यवाद दिया है।
इससे पहले मुंबई से भागलपुर आ रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में गूंजी नवजात की किलकारी ने प्रवासियों के मायूस चेहरों पर मुस्कान ला दी थी। बच्चे के जन्म पर प्रवासियों ने कोच में ही तालियां बजाकर और गाना गाकर जश्न मनाया था। रेलवे ने मानवता दिखाते हुए ना सिर्फ बरौनी जंक्शन पर ट्रेन रोकी, बल्कि रेलवे की मेडिकल टीम ने सुरक्षित प्रसव भी कराया। जच्चा-बच्चा दोनों का चेकअप किया गया था। इसके बाद इन्हें उसी ट्रेन से भागलपुर भेज दिया गया था। कटिहार जिले के बारसोई निवासी मु. अशरफ अपनी पत्नी लिली खातून के साथ मुंबई में रहते हैं। वह किसी कंपनी में काम करते थे। अशरफ की पत्नी गर्वभती थीं। ट्रेन में ही उसने एक नवजात को जन्म दिया।