Corona effect : पैरोल पर छूटेंगे यहां के इन जेलों में बंद 1400 कैदी
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए शीर्ष न्यायालय ने सात या इससे अधिक साल के सजायाफ्ता कैदियों को पैरोल पर रिहा करने का आदेश दिया था। भागलपुर जेलों से भी कैदी को छोड़े जाएंगे।
भागलपुर [आलोक कुमार मिश्रा]। भागलपुर की जेलों में बंद महिला समेत 1400 कैदियों को पैरोल पर छोड़ा जाएगा। इसके लिए जेल प्रशासन ने कारा मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी है।
दरअसल, कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए शीर्ष न्यायालय ने सात या इससे अधिक साल के सजायाफ्ता कैदियों को पैरोल पर रिहा करने का आदेश दिया था। इसको देखते हुए कुछ दिन पूर्व कारा मुख्यालय से भागलपुर के शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा, कैंप जेल व महिला जेल में बंद ऐसे कैदियों की सूची मांगी थी। तीन दिन पहले जेल प्रशासन ने यह रिपोर्ट भेज दी थी। अब कारा मुख्यालय के आदेश का इंतजार किया जा रहा है। इनमें उन कैदियों की भी सूची भेजी गई है, जिनका ट्रायल चल रहा है।
जेल प्रशासन के अनुसार शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा में 750 कैदी हैं। इनमें पांच सौ सजावार कैदी हैं। ढाई सौ ऐसे कैदी हैं जिनका ट्रायल चल रहा हैं। विशेष केंद्रीय कारा (कैंप जेल) में पांच सौ और महिला जेल में 105 कैदी हैं। कैंप जेल के पांच सौ कैदियों में ढाई सौ सजावार हैं। वहीं, महिला जेल में बंद 105 कैदियों में 61 सजायाफ्ता हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये स्वजनों से बात कर रहे कैदी
कोरोना के कहर के बीच जेल प्रशासन ने कैदियों की उनके स्वजनों से आमने-सामने की मुलाकात के बजाय अब ई-मुलाकात कराई जा रही है। भागलपुर के कैंप जेल, सेंट्रल जेल व महिला जेल में यह व्यवस्था 31 मार्च से लागू कर दी गई है। बात करने के लिए स्वजनों को जेल प्रशासन की वेबसाइट के लिंक से मोबाइल, कंप्यूटर व लैपटॉप से जुडऩा होगा। सत्यापन के बाद जेल में बने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सिस्टम के जरिये स्वजन बंदी से बात करते हैं।
जेलों को किया जा रहा सैनिटाइज
कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर जेलों के सैनिटाइज पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जेल भवन से लेकर कैदी वार्ड तक में दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
महिला समेत सभी जेलों में बंद कैदियों की सूची सरकार को भेज दी गई है। लगभग 1400 कैदियों की सूची सरकार को भेजी गई है। आदेश प्राप्त होने के बाद कैदियों को पेरोल पर छोड़ा जाएगा। -संजय कुमार चौधरी, अधीक्षक, शहीद जुब्बा सहनी, केंद्रीय कारा, भागलपुर।