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पानी की गुणवत्ता की ऑनलाइन निगरानी करेगा पीएमओ

भागलपुर [राम प्रकाश गुप्ता] देश में गंगा का पानी लगातार प्रदूषित हो रहा है। गंगा के पानी को स्वच्छ

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 May 2018 06:00 AM (IST)Updated: Sat, 19 May 2018 06:00 AM (IST)
पानी की गुणवत्ता की ऑनलाइन निगरानी करेगा पीएमओ
पानी की गुणवत्ता की ऑनलाइन निगरानी करेगा पीएमओ

भागलपुर [राम प्रकाश गुप्ता]

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देश में गंगा का पानी लगातार प्रदूषित हो रहा है। गंगा के पानी को स्वच्छ और निर्मल बनाए रखने के लिए देशव्यापी अभियान चल रहा है। जहां-जहां पानी के अधिक प्रदूषित होने की शिकायत मिली है, वहां इसकी गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चिंतन भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में पीएमओ नमामि गंगे योजना के तहत भागलपुर में गंगा के पानी की गुणवत्ता की जांच और 24 घंटे निगरानी के लिए रीयल टाइम वाटर क्वालिटी मॉनीट¨रग स्टेशन स्थापित करेगा। मंत्रालय ने इसकी स्थापना के लिए गंगा प्रोटेक्शन कमेटी का गठन किया है। जिसका चेयरमैन डीएम को बनाया गया है।

वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने विक्रमशिला सेतु के नीचे बरारी घाट पर रीयल टाइम वाटर क्वालिटी मॉनीट¨रग स्टेशन की स्थापना के लिए जिलाधिकारी से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मांगा है। मंत्रालय भागलपुर के अलावा मधुबनी और वैशाली जिले के हाजीपुर में भी स्टेशन की स्थापना कर गंगा के पानी की गुणवत्ता की ऑनलाइन निगरानी करेगा। केंद्र सरकार का उद्देश्य है कि लोगों को गंगा का शुद्ध पानी मिल सके। वहीं धार्मिक उद्देश्य में भी गंगा का शुद्ध जल उपयोग में लाया जा सके। यही कारण है कि केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है।

बरारी में स्थापित स्टेशन हर पल गंगा के पानी की जांच करेगा और ऑनलाइन अपनी रिपोर्ट पीएमओ को देगा। इतना ही नहीं यह समय-समय पर स्थानीय स्तर पर पेयजल उपलब्ध कराने वाली एजेंसियों को भी पानी की गुणवत्ता और प्रदूषण की जानकारी से अवगत कराएगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ऑनलाइन जांच में हर पल यह बताता रहेगा कि यहां किस समय पानी अधिक प्रदूषित रहता है।

औद्योगिक और शहर के कचरे से प्रदूषित हो रहा पानी

सरकारी सूत्रों ने बताया कि गंगा में रात में औद्योगिक कचरा गिराया जाता है। दिन में औद्योगिक कचरे का गंगा में प्रवाह होने से यह लोगों की नजर में आ जाता है। पानी में केमिकल की मात्रा का भी इससे पता चलेगा। दिन में यहां गंगा में नगर निगम का कचरा प्रवाहित होता है। जिसके कारण नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है।


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