ठंड का असर : गेहूं के लिए लाभकारी है ठंड, दलहन व सब्जी को पाला से नुकसान Bhagalpur News
पाला से बचाव के लिए किसानों को हल्की सिंचाई करनी चाहिए। जरूरत पडऩे पर बीस दिनों बाद हल्की सिंचाई कर सकते हैं। वहीं पाला से बचाव के लिए खेतों के किनारे पर धुआं करें।
भागलपुर, जेएनएन। पाला से कई फसलों को नुकसान होगा जबकि अत्यधिक ठंड गेहूं के लिए लाभदायक होगी। दलहन (मूंग, मसूर), आलू, बैगन और टमाटर को पाला से नुकसान होने की संभावना है। पाला लगने से आलू के पौधों को गल जाने की संभावना रहती है। वहीं चना, मसूर फसल बर्बाद हो सकता है लेकिन गेहूं फसल को ठंडा तापमान की जरूरत होती है। इसलिए इस मौसम से गेहूं को फायदा पहुंचेगा।
जिला कृषि पदाधिकारी केके झा के अनुसार पाला से बचाव के लिए किसानों को हल्की सिंचाई करनी चाहिए। जरूरत पडऩे पर बीस दिनों बाद हल्की सिंचाई कर सकते हैं। वहीं पाला से बचाव के लिए यथासंभव खेतों के किनारे (मेड़) आदि पर धुआं करें। इससे पाला का असर काफी कम पड़ेगा। पौधे का पत्ता यदि झड़ रहा हो तो शुरुआत में ही दवा का छिड़काव करें। प्रति लीटर दो ग्राम मयंकोजेब नामक का छिड़काव करने से पाला का असर कम हो जाएगा। इससे फसल को नुकसान होने से बचाया जा सकता है। फसल के तैयार होने तक सावधानी बरतने की आवश्कता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि पाला से अबतक किसी फसल को नुकसान पहुंचने की सूचना नहीं मिली है।
मुख्य बातें
- आलू, टमाटर व बैगन को पाला कर सकता है प्रभावित
- दलहन की फसल भी हो सकती है बर्बाद
- पाला से बचाव के लिए किसान करें हल्की सिंचाई
- पत्ता झडऩे पर प्रति लीटर दो ग्राम मयंकोजेब दवा का खेतों में करें छिड़काव
- खेतों के किनारे धुआं करने से पाला का कम होगा असर