काला कोयले का हर दिन हो रहा काला कारोबार
असम व मेघालय से हर दिन सौ ट्रक से ज्यादा कोयले की चोरी हो रही हैं। चोरी के कोयले को बिहार, बंगाल व यूपी में खपाया जा रहा।
पूर्णिया [राजीव कुमार]: असम एवं मेघालय से कोयले की तस्करी वाया बंगाल, बिहार, यूपी हो रही है। तस्करी का हर दिन लगभग डेढ़ करोड़ रुपये की काली कमाई की जा रही है। कोयले की तस्करी करने वाले गिरोह चोरी के इस कोयले को बिहार, बंगाल, यूपी के जिलों में फर्जी कागजातों के आधार पर खपाया जा रहा है। असम से फर्जी कागजातों के आधार पर चोरी के कोयले को लाकर खपाने के मामले का खुलासा तब हुआ जब कोयला लदे छह ट्रकों की जांच की गयी। जांच के दौरान कोयला लदे उन ट्रक चालकों के पास कोयला की खरीदारी से लेकर खनिज परिवहन के लाइसेंस के कागजात तक नहीं पाये गये। पकड़ में आये ट्रक चालकों ने जो खुलासा किया वह और भी चौंकाने वाला था। उनके अनुसार असम व मेघालय से लाये गये चोरी के कोयले को बंगाल सीमा क्षेत्र में दालकोला चेक पोस्ट के पास सक्रिय दलालों द्वारा फर्जी कागजात के आधार पर पार कराया जाता है। कोयला लदे वाहन को गोपालगंज के पास जब्त किया गया है। कोयला लदे जिन छह वाहनों को जब्त किया गया है उन ट्रकों के चालकों ने काले कोयले के काले कारोबार का खुलासा कर दिया है। उन लोगों के खिलाफ प्राथिमकी दर्ज हुई है। छह ट्रक चालक, छह ट्रक मालिक, दो चेक पोस्ट के पास सक्रिय दलाल एवं तीन डिपो संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है जिनके यहां चोरी के इस कोयले की आपूर्ति करनी थी।
जिन छह ट्रकों को जब्त किया गया है उनमें पांच ट्रक कोयले की खेप छपरा एवं एक ट्रक कोयला दरभंगा के केवटी ले जाया जा रहा था। बताया जाता है कि असम व मेघालय से हर दिन सौ से ज्यादा कोयला लदे ट्रक लाये जाते हैं एवं फर्जी कागजातों के आधार पर बिहार बंगाल एवं यूपी के जिलों में ले जाकर खपाये जा रहे हैं। दालकोला चेक पोस्ट सहित कई अन्य चेक पोस्ट पर चोरी के इस कोयला लदे ट्रक को पास कराने के लिये गिरोह के सदस्य सक्रिय रहते हैं जो चोरी छिपे इन वाहनों को चेक पोस्ट पार कराने का काम करते हैं। इस गिरोह के तार बंगाल, बिहार एवं यूपी तक फैला हुआ है। पुलिस को जब्त किये गये कोयला लदे ट्रकों से कई कागजात हाथ लगे हैं जिनके बारे में पुलिस जब्त कागजातों को सेल टैक्स सहित अन्य विभागों में जांच के लिये भेजने की तैयारी कर रही है ताकि इस बात का खुलासा हो सके कि यह असली है या नकली।
चोरी के कोयला लदे ट्रकों को रास्ते में पड़ने वाले चेक पोस्टों को देर रात में पार कराया जाता है ताकि किसी को इसकी भनक तक नहीं लगे। अगर कहीं इस गिरोह के सदस्यों को परेशानी होती है तो उनके द्वारा एक ट्रक के खनिज लाइसेंस पर कई वाहनों को पार करा लिया जाता है। इस मामले की जांच कर रही पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस पूरे नेटवर्क का खुलासा करने में सफलता मिलेगी। बताया जाता है कि बंगाल की सीमा पर कई ऐसे कोयला डिपो सक्रिय है जो फर्जी कागजात बनाकर असम एवं अन्य राज्यों से आए चोरी को कोयले को खपाने का काम कर रहे हैं। चोरी से लाए गए इस कोयले के इन कोयला डिपो के नाम पर कई जगह भेजा जा रहा है। पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि कई ऐसे कोयला डिपो हैं जो धरातल पर है ही नहीं लेकिन उनके द्वारा हर दिन चोरी के कोयले की खेप बड़ी मात्रा में कई राज्यों में भेजी जा रही है। कल्पना कोयला डिपो, शमी कोयला डिपो सहित कई अन्य कोयला डिपो पुलिस को ढूढे भी नहीं मिल रहे। कोट:-
कोयला लदे ट्रकों की जांच की जाती है। अगर किसी भी तरह की गड़बड़ी सामने आती है तो वाहन को जब्त कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
मतीउररहमान, जिला खनन पदाधिकारी, पूर्णिया