सुपौल ने मारी हैट्रिक, रचा एक और कीर्तिमान, अगर आप हैं बिहार से तो यहां जरुर आएं
Clean City Award 2021 सुपौल को लगातार तीसरी बार स्वच्छ सिटी अवार्ड। ईस्ट जोन में बेस्ट सिटी इन सिटिजन्स फीडबैक की कैटेगरी में पुरस्कार। देश के 342 साफ शहरों में शामिल रहा सुपौल। इस उपलब्धि से यहां के लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों में खुशी है।
जागरण संवाददाता सुपौल। सुपौल को लगातार तीसरी बार स्वच्छ सिटी अवार्ड से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को देश के 342 साफ शहरों को सम्मानित किया। इन शहरों को 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2021Ó में स्वच्छ और कचरा मुक्त होने के लिए स्टार रेटिंग गई है।
दिल्ली के विज्ञान भवन में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। वहां सुपौल जिले को स्वच्छ सिटी अवार्ड से सम्मानित किया गया। सुपौल जिले ने ईस्ट जोन में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह पुरस्कार बेस्ट सिटी इन सिटिजन्स फीडबैक की कैटेगरी के मद्देनजर दिया गया है। देश, राज्य, जिले, गांवों व कस्बों की स्वच्छता संबंधी स्थिति जानने के लिए हर साल सर्वेक्षण किया जाता है।
सर्वेक्षण में ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में स्वच्छता के मापदंड के अनुसार उनकी प्रगति एवं रैंकिंंग की जाती है। इसके अतिरिक्त इस सर्वेक्षण के बाद जिलों की रैङ्क्षकग की जाती है। संबंधित क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने शौचालयों का मूल्यांकन भी किया जाता है। सुपौल नगर परिषद के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी भवेश कुमार व वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप को इस बार सम्मान दिया गया।
दोनों अधिकारियों ने बताया कि सुपौल नगर परिषद को लगातार तीसरी बार स्वच्छ सिटी का अवार्ड मिला है। इसके लिए स्वच्छता कर्मी के साथ सुपौल के नागरिक धन्यवाद के पात्र हैं, जिन्होंने अपने शहर को स्वच्छ रखने में महती भूमिका निभाई है। इन्हीं सर्वेक्षणों के माध्यम से किसी देश की प्रगति या वृद्धि का अनुमान लगाया जा सकता है। सर्वेक्षण में कुछ अन्य नये आयामों को भी शामिल किया गया है। अपशिष्ट जल के निस्तारण के बाद उसे फिर से स्वच्छ कर प्रयोग करना भी इन्हीं आयामों में एक है। दोनों ने बताया कि इस प्रयास से एक बड़ा परिवर्तन हुआ है कि लोग अब अपने आसपास के स्थानों को सुरक्षित रखने लगे हैं। आम लोगों ने भी इस पर खुशी जाहिर की है।