Move to Jagran APP

शौक के लिए भटक रहे किशोर, करतूत से शहर में मचा रहे शोर Bhagalpur News

अभिभावक अपने बच्चों की निगरानी नहीं कर पाते हैं। इस कारण वे गलत रास्ता अख्तियार कर लेते हैं और अभिभावकों को पता नहीं चलता है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 27 Jan 2020 01:36 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jan 2020 01:36 PM (IST)
शौक के लिए भटक रहे किशोर, करतूत से शहर में मचा रहे शोर Bhagalpur News
शौक के लिए भटक रहे किशोर, करतूत से शहर में मचा रहे शोर Bhagalpur News

भागलपुर, जेएनएन। हाल के वर्षों में बाल अपराध के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। नाबालिग अपना शौक पूरा करने के लिए शराब तस्करी, लूट, छिनतई, बाइक चोरी चोरी, डकैती, बमबाजी जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। 2019 में एक दर्जन से ज्यादा ऐसे नाबालिग पकड़े गए हैं, जो किसी ना किसी गिरोह का हिस्सा हैं। इन नाबालिगों का सोशल ऑडिट रिपोर्ट पुलिस ने न्यायालय को सौंपा है। इसमें से कुछ नाबालिग ऐसे हैं जो बाल सुधार गृह से निकलते ही फिर से आपराधिक गतिविधियों में गलत कार्यों में लिप्त हो जाते हैं।

loksabha election banner

बाइक चोरी में पकड़े गए हैं सबसे ज्यादा नाबालिग

पिछले वर्ष बाइक चोरी के आरोप में सबसे ज्यादा नाबालिग पकड़े गए हैं। पुलिस की पूछताछ में उन लोगों ने गिरोह में शामिल अपने अन्य नाबालिग साथियों के बारे भी बताया था, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने उन लोगों की काउंसिलिंग के बाद बाल सुधार गृह भेज दिया। बड़े अपराधी नाबालिगों से अपरध कराते हैं। उनसे बाइक चोरी, शराब तस्करी, बमबाजी, लूट, चोरी आदि की घटनाओं को अंजाम दिलवाते हैं।

निगरानी के अभाव में भटक रहे बच्चे

अभिभावक अपने बच्चों की निगरानी नहीं कर पाते हैं। इस कारण वे गलत रास्ता अख्तियार कर लेते हैं और अभिभावकों को पता नहीं चलता है। कई मामले ऐसे आए हैं, जिसमें अभिभवकों को ये तक नहीं पता है कि उनका बच्चे मोबाइल भी रखते हैं।

अपराध में नाबालिगों की बढ़ती भागीदारी चिंता का विषय है। इसमें कमी लाने के लिए अलग से रणनीति तैयार की जाएगी ताकि अपराध में फंसे नाबालिगों को सही रास्ते पर लाया जा सके। ऐसे नाबालिगों की बेहतर काउंसिलिंग के लिए कोतवाली परिसर में बाल मित्र थाना खोला गया है। - आशीष भारती, एसएसपी भागलपुर

अवसाद और बातचीत के अभाव में बच्चे भटक जाते हैं। ऐसे बच्चों को बेहतर काउंसिलिंग और प्यार से सुधारा जा सकता है। अभिभावकों को भी बच्चों के लिए समय निकालना होगा ताकि बच्चों को लगे कि उनकी भी कोई फिक्र करता है। - डॉ. अर्चना ठाकुर, मनौवैज्ञानिक सह प्राचार्य एसएम कॉलेज भागलपुर

30 अप्रैल 2017 : रंगदारी नहीं देने पर राज्यसभा सांसद कहकंशा परवीन के घर बमबाजी में कई बच्चे शामिल थे।

31 जुलाई 2018 : जोगसर पुलिस ने मानिक सरकार मोहल्ला स्थित एक फ्लैट से दो नाबालिग को हथियार के साथ पकड़ा था।

11 नवंबर 2018 : इशाकचक पुलिस ने 36 बोतल कफ सीरप के साथ एक नाबालिग को पकड़ा था।

26 नवंबर 2018 : कोतवाली पुलिस ने नाबालिग चोर गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ा था। वे लोग बाइक चुराते थे। उनकी पहचान सीसीटीवी से हुई थी।

पांच दिसंबर 2019 : कोतवाली-तिलकामांझी पुलिस ने चोरी की बाइक के साथ पांच नाबालिगों को पकड़ा। इसमें पकड़े गए नाबालिग पूर्व में भी बाइक चोरी करते पकड़े गए थे।

28 नवंबर : तिलकामांझी पुलिस ने मोबाइल छिनतई करने वाले दो नाबालिग झपटमारों को पकड़ा था। उन्हें सुधार गृह भेजा था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.