दुष्कर्म के आरोपित मौलाना का रायपुर में था प्रेम-प्रसंग, बच्ची के साथ किया घिनौना कृत्य
बांका के एक मौलाना ने रायपुर में घिनौना कृत्य किया। उसके इस कृत्य ने सभी को शर्मसार कर दिया। शिक्षा देने के बहाने छोटी बच्ची को भी नहीं छोड़ा।
बांका, जेएनएन। काठबनगांव बीरबलपुर पंचायत के हसाय गांव निवासी मौलाना अरशद रहमानी (25 वर्ष) की करतूत से स्वजन सकते में हैं। आरोपित का रायपुर में प्रेम-प्रसंग भी था। घर में जब भी उसकी शादी की बात चलती थी तो वह प्रेम-प्रसंग की बात कहकर शादी टाल देता था।
मालूम हो कि मौलाना अरशद ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक नौ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था। उसने तालीम देने के बहाने बच्ची के साथ यह काम किया। उसे जेल भेजा गया है। मौलाना अरशद रहमानी ने बौंसी प्रखंड के कैरी मदरसा से तीन वर्ष तक शिक्षा ग्रहण की थी। आगे की पढ़ाई के लिए वह छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर गया था। मदरसा में पढ़ाई करने के दौरान वह बच्चों को तालीम भी देने लगा। मौलाना के पिता मु. समीद ने बताया कि अरशद रहमानी अविवाहित है। अरसद को छोड़ उसके सभी चारों भाई -बहन शादीशुदा हैं।
अरशद के घर आने पर स्वजन उसकी शादी की बात करते थे। वह रायपुर में प्रेम-प्रसंग की बात कहकर शादी टाल देता था। स्वजनों के लाख प्रयास के बाद भी उसने शादी नहीं की। स्थानीय लोगों ने बताया कि मौलाना अरशद रहमानी जब तक गांव में रहा, किसी को उसके बारे में संदेह नहीं हुआ। लोग बताते हैं कि रायपुर में पैसा कमाने के बाद अरशद बिगड़ गया। अरशद के पिता मजदूरी व किसानी करते हैं। इधर, धोरैया थानाध्यक्ष महेश्वर राय ने बताया कि अरशद के खिलाफ स्थानीय थाना में कोई मामला दर्ज नहीं है।
गांव वाले सकते में
ग्रामीणों ने बताया कि उसके नीयत पर कभी संदेह नहीं हुआ था। वह शुरू में पढ़ाई पर ही अपना ध्यान केंद्रीत किए हुए था। वह पढ़ने के लिए ही रायपुर गया था। वहां वह इस तरह कार्य करेगा यह किसी को भरोसा नहीं था।
मुख्य बातें
घर में प्रेम-प्रसंग की बात कहकर लंबे समय से टाल रहा था शादी
नौ साल की बच्ची से दुष्कर्म की घटना से स्वजन सकते में