महागठबंधन में मुख्यमंत्री के खिलाफ भारी आक्रोश, CM के बयान की निंदा
भागलपुर में महागबंधन के नेताओं में सीएम के बयान पर काफी रोष है। सीएम नीतीश कुमार ने सड़क छाप कहकर इन नेताओं को संबोधित किया है। सभी ने इसकी निंदा की।
भागलपुर [जेएनएन]। महागठबंधन के नेताओं को सड़क छाप कहने के विरोध में राजद कार्यकर्ताओं ने स्टेशन चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया। राजद जिलाध्यक्ष डॉ. तिरूपतिनाथ यादव की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में भागलपुर संगठन प्रभारी मो. जाहिद अंसारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा गठबंधन के नेताओं को सड़क छाप जैसे शब्द का इस्तेमाल करना बौखलाहत का परिचय है।
इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। मुख्यमंत्री के बयान से बिहार की जनता के बीच जबरदस्त आक्रोश है। पीरपैंती के विधायक रामविलास पासवान ने कहा कि हम लोगों ने माछ-भात खाया तो नीतीश कुमार भड़क गए। उन्हें गठबंधन पच नहीं रहा है, इसलिए अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं।
जिलाध्यक्ष डॉ. तिरुपतिनाथ यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नीतीश कुमार के दिन पूरे हो गए। जनता एनडीए की सरकार को उखाड़ फेंकने वाली है। इस मौके पर रालोसपा अध्यक्ष रविशेखर भारद्वाज, लोकतांत्रिक जनता दल के जिला अध्यक्ष विमल अबुल हसन, सांसद प्रतिनिधि मो. शाहबउद्दीन, हम के जिलाध्यक्ष अशोक रजक, कामदेव सिंह, राजद नगर अध्यक्ष सलाउद्दीन अहसन आदि मौजूद थे।
आरक्षण के विरोध में फूंका पीएम का पुतला
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा सवर्णों को दिए जा रहे 10 प्रतिशत आरक्षण पर सवालिया निशान उठाते हुए सुल्तानगंज में विपक्षी दलों ने शहर के कृष्णगढ़ चौक पर एक प्रतिरोध सभा की। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। प्रतिरोध सभा में राजद प्रखंड अध्यक्ष मो. मेराज ने कहा कि केंद्र सरकार जातिगत जनगणना की रिपोर्ट सार्वजनिक करे। उसके बाद आरक्षण देने की बात करे तब सर्वमान्य होगा। समाजसेवी अशोक कुमार गौतम ने कहा कि अभी जो दलित और महादलित को आरक्षण प्राप्त है वह आजादी से पूर्व से ही प्राप्त है। नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा आरक्षण दिए जाने की बात महज एक राजनीतिक जुमला है। मोदी सरकार संविधान को ताक पर रखकर काम कर रही है। मौके पर नटबिहरी मंडल, शंकर बिंद, अली काजमी, इंद्रजीत कुमार सहित सैकड़ों कार्यकत्र्ता मौजूद थे।