Coronavirus : कोरोना वैक्सीन के नाम पर हो रही ठगी, जानिए... और आप संभालिए
वैक्सीन के नाम पर पंजीकरण कराने के लिए साइबर ठग लोगों को फोन कर रहे हैं। इधर स्वास्थ्य महकमा ऐसे किसी भी पंजीकरण की बात से इन्कार कर रहा है। आधार कार्ड का नंबर मांगकर भेजा जा रहा ओटीपी।
सहरसा [अमरेंद्र कांत]। कोविड 19 के वैक्सीन का सबको इंतजार है। टीकाकरण को लेकर भी लोग उत्सुक हैं। हर व्यक्ति की यही चाहत है कि उन्हें पहले टीका मिल जाए। इसे लेकर साइबर बदमाश भी सक्रिय हो गए हैं। वैक्सीन के नाम पर पंजीकरण कराने के लिए साइबर ठग लोगों को फोन कर रहे हैं। इधर, स्वास्थ्य महकमा ऐसे किसी भी पंजीकरण की बात से इन्कार कर रहा है।
बघवा निवासी पवन कुमार को एक नंबर से मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने अपना परिचय कोरोना वैक्सीन पंजीयन केंद्र के कर्मी राजीव के रूप में दिया। पवन से पंजीकरण के लिए आधार कार्ड का नंबर पूछा गया। उनसे कहा गया कि पंजीयन कराने के लिए उन्हें आम लोगों से पहले कोरोना का टीका लगा दिया जाएगा। इसके बाद उनके मोबाइल फोन पर एक ओटीपी आया। पवन को कुछ शक हुआ तो उन्होंने ओटीपी के बारे में नहीं बताया। इसकी जानकारी उन्होंने स्वास्थ्य महकमे को दी तो बताया गया कि ऐसा कोई पंजीयन नहीं हो रहा है। ठगी के लिए कॉल आया होगा।
शहर के वार्ड नंबर तीन की स्वाति को भी इसी तरह का कॉल आया। कहा गया कि वैक्सीन के लिए पंजीकरण चल रहा है। आधार कार्ड नंबर बताइए पंजीकरण हो जाएगा। स्वाति के परिवार से ही एक सदस्य स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत था। इस कारण उसने फोन करने वालों को कोई जानकारी नहीं दी।
कोविड 19 के टीकाकरण को लेकर किसी तरह का पंजीयन नहीं हो रहा है। अगर इस तरह के कॉल आ रहे हैं तो पूरी तरह गलत है। ऐसी कॉल से लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। - डॉ. अवधेश कुमार, सिविल सर्जन, सहरसा।
ऐसी कोई लिखित शिकायत पुलिस के पास नहीं आई है। लेकिन इस तरह के कॉल साइबर फ्राड कर सकते हैं। कोई भी व्यक्ति फोन पर न तो आधार नंबर की जानकारी दें और न ही ओटीपी नंबर बताएं। असावधानी बरतने पर खाते से साइबर बदमाश रुपये उड़ा सकते हैं। - आरके सिंह, सदर थानाध्यक्ष, सहरसा।