तारड़ और खनकित्ता के मुखिया की बच गई कुर्सी, जानिए... क्या थे आरोप Bhagalpur News
लापरवाही के आरोप में सबौर प्रखंड के खनकित्ता और सन्हौला प्रखंड के तारड़ की मुखिया को अधिकार मुक्त करने के लिए पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अमृत सिंह मीना को पत्र लिखा था।
भागलपुर [जेएनएन]। जिले के दो मुखिया की कुर्सी बच गई। लघु सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक ने कार्य में लापरवाही के आरोप में सबौर प्रखंड के खनकित्ता के मुखिया संजीत कुमार सिंह और सन्हौला प्रखंड के तारड़ की मुखिया चंपा देवी को अधिकार मुक्त करने के लिए पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अमृत सिंह मीना को पत्र लिखा था। दोनों मुखिया पर नलकूप की मरम्मत में लापरवाही का आरोप था।
दरअसल, तारड़ पंचायत के दो नलकूप की मरम्मत के लिए विभाग की ओर से मुखिया को 25 लाख रुपये आवंटित किए गए थे। लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता, अधीक्षण अभियंता और मुख्य अभियंता के बार-बार कहने के बावजूद कार्य पूरा नहीं कराया गया। यही आरोप खनकित्ता के मुखिया पर भी लगा है। इसकी शिकायत लघु सिंचाई विभाग के अभियंताओं ने प्रधान सचिव से कर दी। शिकायत मिलते ही प्रधान सचिव ने पंचायती राज अधिनियम के तहत दोनों मुखिया को अधिकार मुक्त करने के लिए पंचायती राज पदाधिकारी को पत्र लिख दिया। पत्र मिलने के बाद पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी को मामले की जांच करने का आदेश दिया।
स्थल जांच के दौरान कार्य की प्रगति से संतुष्ट दिखे अफसर
विभागीय आदेश पर पंचायती राज पदाधिकारी राजेश कुमार सोमवार को स्थल पर जाकर मामले की जांच की। उन्होंने बताया कि तारड़ पंचायत के मुखिया को दो नल कूप की मरम्मत कराना था। एक नल कूप की मरम्मत करा ली गई है। एक नल कूप के लिए बिजली विभाग को ट्रांसफॉर्मर लगाने के लिए लिखा गया है। ट्रांसफॉर्मर लगाने के बाद नल कूप चालू हो जाएगा। खनकित्ता में भी मुखिया द्वारा नल कूप को चालू करा लिया गया है।