Chaitra Navratra 2021: कलश स्थापना के साथ नवरात्र आरंभ, ब्रह्मचारिणी की आज होगी पूजा
चैत्र नवरात्र शुरू हो गया है। आज मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा अर्चना की जाएगी। हालांकि इस बार कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मंदिरों में लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। मंदिर के अंदर केवल पूजारी पुजा कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी, भागलपुर। कलश स्थापना के साथ चैत्र नवरात्र मंगलवार से आरंभ हो गया, जिसका समापन 21 अप्रैल को होगा। प्रथम दिन माता रानी के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की गई। बुधवार को नवरात्र के दूसरे दिन माता ब्रह्मचारिणी के स्वरूप की पूजा होगी। ऐसी मान्यता है कि जब माता पार्वती अविवाहित थीं तब उनका ब्रह्मचारिणी स्वरूप पहचान में आया था। मां ब्रह्मचारिणी एक हाथ में कमंडल और दूसरे हाथ में जपमाला लिए हैं। श्रद्धालु भक्त मां के इस रुप की ही आराधना करेंगे।
शहर में यहां हो रही सप्तशती का पाठ
दुर्गा मंदिर जिच्छो के व्यवस्थापक दीपक सिंंह हने बताया कि सभी के कल्याण के निमित्त इस मंदिर में चारों नवरात्र पर विशेष पूजा और संपुट पाठ किया जाता है। बूढ़ानाथ मंदिर के प्रबंधक बाल्मिकी ङ्क्षसह ने बताया कि मंदिर कोरोना को लेकर 30 अप्रैल तक बंद कर दिया गया है। मंदिर के अंदर विश्वकल्याणार्थ दुर्गा पाठ और विधिविधान पुर्वक पूजा किया जा रहा है। तिलकामांझी चौक स्थित बजरंगबली मंदिर के पुूजारी आनंद झा कहते हैं कि सरकार के निर्देशानुसार सभी प्रकार का आयोजन बंद है। दुर्गा मां का पठा किया जा रहा है। मंदिर के अंदर कोविड नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जा रही है।
मंदिर बंद पट के पास पूजा कर रहे श्रद्धालु
शहर के मंदिरों का पट बंद है। दरवाजे के पास मातारानी का ध्यान कर छद्धालु पूजा कर वापस हो जा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर शहर के बूढ़ानाथ मंदिर, शिवशक्ति मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, संकट मोचन दरबार, गोपेश्वरनाथ मंदिर, बाबा कुपेश्वरनाथ मंदिर आदि बंद है। श्रद्धालुु बंद गेट के पास ही जल फूल अर्पित करते हुए प्रणाम कर वापस हो जा रहे हैं। नवरात्र के पवित्र दिन की शुरुआत के मौके पर मंदिरों तक श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा। हालांकि ज्यादातर मंदिरों के पट बंद रहे।