भागलपुर डीवीसी कॉलोनी के निर्माणाधीन भवन में पशुपालक की हत्या
भागलपुर के डीवीसी कॉलोनी के निर्माणाधीन भवन में पशुपालक प्रदीप यादव की हत्या कर दी गई। वह बरारी थाना क्षेत्र के मायागंज का रहने वाला था। हत्या को लेकर इलाके में तनाव है। पुलिस जांच कर रही है। मुंशी से पूछताछ की जा रही है।
भागलपुर, जेएनएन। बरारी थाना क्षेत्र के डीवीसी कॉलोनी में बुधवार की दोपहर एक बजे पशुपालक प्रदीप यादव की गला रेत हत्या कर दी गई। निर्माणाधीन भवन के पास हत्या को अंजाम दिया गया। कॉलोनी में दूध पहुंचाने जा रहे प्रदीप को हत्यारों ने पकड़ कर चारदीवारी के चौड़े पाट पर जबरन लिटा दिया फिर गंड़ासे से गला काट डाला। डीवीसी कॉलोनी और जिला उद्योग विभाग की चारदीवारी को जोडऩे वाली चौड़ी दीवार के पाट पर खून फैला मिला। वहीं से दूध का खाली कनस्तर भी बरामद किया गया है। हत्या करते उसके पुत्र हिमांशु ने देखा तो हत्यारों में एक को उसने पीछे से पकड़ लिया था। लेकिन वह हिमांशु का हाथ और गला नोंच पकड़ से छूटा और भाग निकला। चश्मदीद बेटे ने पुलिस को बताया कि हत्यारों की संख्या चार थी। जिसमें गोतिया के प्रमोद यादव, सुमित यादव, अमित यादव और एक बाहरी व्यक्ति शामिल थे। घटना की जानकारी पर एएसपी पूरन कुमार झा, बरारी, औद्यौगिक और तिलकामांझी पुलिस मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल से प्रदीप के घर की दूरी चंद फर्लांग दूरी पर है। काफी संख्या में लोग जमा हो गए। प्रदीप के ससुराल परवत्ता से भी काफी संख्या में लोग आ गए थे। कुछ देर के लिए इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि अधिक संख्या बल में मौजूद पुलिस ने चंद मिनट में लोगों को शांत करा दिया। शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
गोतियारी विवाद में बेरहमी से मार दिया गया प्रदीप
प्रदीप का अपने गोतिया प्रमोद यादव और उसके बेटों से वर्षों से विवाद चल रहा था। पूर्व में चार बार मारपीट और मुकदमे का चक्कर लगा जो थाने और प्रबुद्ध लोगों की पंचायत से शांत किया गया था। जमीन विवाद, रास्ते को लेकर अनबन आदि होने पर भी प्रदीप तो शांत था लेकिन गोतिया उसपर नजर लगाए हुए थे। अंत में उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई।
साढ़े चार कटठे जमीन का था विवाद
गोतिया प्रमोद यादव से प्रदीप का साढ़े चार कटठे का जमीन का विवाद चल रहा था। जमीन की घेराबंदी भी हो चुकी थी। उसपर हक को लेकर प्रमोद और उसके बेटे प्रदीप से नाराज थे।
सबेरे सुमित ने दी थी धमकी
डीवीसी कॉलोनी के निर्माणाधीन भवन में ठेका पर मुंशी का काम करने वाले सुमित यादव ने बुधवार की सुबह प्रदीप को धमकी दी थी। बेटे हिमांशु ने बताया कि उसके गाय के गोहाल पर आकर धमकी दी गई थी। कहा था कि प्रदीप अब तुम बच नहीं सकते। तुम्हें मार कर ही दम लूंगा। फिर उस धमकी को दोपहर में अमल कर दिखाया।
पकड़ से छूटने को प्रदीप ने शोर मचाया पर कातिल को नहीं आई रहम
हत्यारों की पकड़ से छूटने को प्रदीप छटपटाता रहा। शोर भी मचाया लेकिन कातिल हाथ उसे मजबूती से दबोच रखे थे। वो तब तक नहीं रुके जब तक की प्रदीप का शरीर शांत ना हो गया। यह सब बेटे ने देखा। पहले से गोतियारी विवाद में प्रदीप को परेशान किया जाता रहा था। लेकिन वह तमाम बातों से इतर मवेशी के बथान पर कई गायें पाल रखी थी। दूध का व्यवसाय बढ़ा लिया था।
विधायक गोपाल मंडल समेत कई लोगों ने विवाद सुलझाया था
प्रदीप का गोतियारी विवाद वर्षों पूर्व से चला आ रहा था। उसके रिश्ते में ससुर डॉ. अनिल यादव ने विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल, सामाजिक कार्यकर्ता सत्तन यादव, अनिल कुमार यादव, कारे लाल यादव, जीतेंद्र यादव समेत कई लोगों ने मामला सुलझाया था। विवाद में दूसरे जिले में तैनात पुलिस पदाधिकारी की भी दिलचस्पी सामने आई थी। धीरे-धीरे एक बार फिर वह विवाद सामने आने की बात कही जा रही है। पुलिस मामले में गोतियारी विवाद समेत अन्य दूसरे बिंदुओं पर भी जांच कर रही है।
ठीकेदार का मुंशी हिरासत में
निर्माणाधीन भवन के ठीकेदार का मुंशी रामप्रवेश सिंह को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वह शेखपुरा जिले के कामता गांव का रहने वाला है। उसने पुलिस को बताया है कि नशे की लत का शिकार प्रदीप का बेटा विक्की उसकी मोबाइल छीन कर भाग गया था। जिसे पकडऩे वह चारदीवारी तक पहुंचा था। उसने हत्या में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। पुलिस जांच में निर्माणाधीन भवन में गांजा, स्मैक और नशे के इंजेक्शन लेने वाले जमा होते हैं। उसी राह से प्रदीप दीवार फांद कर दूध बेचने जाया करता था। निर्माणाधीन भवन के मुंशी को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस की जांच कई बिंदुओं पर चल रही है। जल्द ही कुछ परिणाम देंगे। - पूरन कुमार झा, सिटी एएसपी, भागलपुर ।