'वेतन मांगने पर मिलती हैं जातिसूचक गालियां', ANM ने नवगछिया एसपी से लगाई गुहार
एसपी को एएनएम ने दिए आवेदन में कहा कि गोपालपुर चिकित्सा प्रभारी की गिरफ्तारी किया जाए। उनसे वेतन मांगने पर वो अभद्र व्यवहार करते हैं और जातिसूचक गालियां भी देते हैं। इस पर आवेदन के बाद से धमकी भी मिल रही हैं।
संवाद सूत्र, नवगछिया। गोपालपुर पीएचसी में कार्यरत एएनएम सुलेखा कुमारी ने शुक्रवार को नवगछिया एसपी को आवेदन दिया है। जिसमें लिखा है कि मैं बांका जिला की रहने वाली हूं। पांच वर्षों से गोपालपुर पीएचसी में कार्यरत हूं लेकिन मुझे पूरा वेतन नहीं मिला है। गोपालपुर चिकित्सा प्रभारी डा. सुधांशु कुमार के पास जब वेतन मांगने को लेकर जाती हूं। तो वे जातिसूचक गाली देकर भगा देते हैं। इसको लेकर मैंने एससी एसटी नवगछिया थाना में 16 सितंबर को आवदेन भी दिया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सुलेखा ने कहा कि डा. सुधांशु का रवैया उदासीन है। वे केस उठाने की धमकी दे रहे हैं। जिससे डरी और सहमी हुई हूं। प्लीज उनपर सख्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी की जाए। इस मामले के बाद से पीएचसी में हड़कंप का माहौल व्याप्त है। दूसरी ओर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
अस्पताल में पकड़ा गया दलाल
जागरण संवाददाता, भागलपुर : जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल की इमरजेंसी में अस्पताल अधीक्षक ने दलाल को खुद पकड़ा। दलाल पहले तो झूठ बोलकर बचना चाहा, अंतत: सच्चाई सामने आई, तब उसका आधार कार्ड और माफीनाम लिखवाकर उसे छोड़ दिया गया। हिदायत दी गई कि अगर दोबारा अस्पताल में देखा गया तो पुलिस के हवाले कर दिया जाएग।
शुक्रवार को इमरजेंसी में पीरपैंती रोशनपुर निवासी रेहाना खातून को मेडिसीन विभाग में भर्ती किया गया है। उसे कई जांच के अलावा अल्ट्रासाउंड करवाने की भी सलाह दी गई है। खंजपुर निवासी दीपक राज ने मरीज के स्वजन रियाज को अस्पताल का कर्मचारी बताया और जांच करवाने का आश्वासन दिया। साथ ही यह भी कहा कि अस्पताल में जांच नहीं होगा, बाहर करवाना होगा।
रियाज को शंका होने पर नर्स के पास गया तो नर्स ने कहा अस्पताल में सभी जांच होगा। अस्पताल अधीक्षक इमरजेंसी में ही थे। उनको सूना मिलने पर उन्होंने दलाल को पकड़ने का आदेश दिया। वह भागने ही वाला था कि कर्मचारी पकड़कर उसे कंट्रोल रुम लेकर आए। अस्पताल प्रबंधक सुनील गुप्ता ने पूछताछ की तो पहले कहा सर्जरी में मरीज है, कभी कहा कि दोस्त के कहने पर यहां आए। अंतत: कंट्रोल रुम में स्वास्थ्य प्रबंधक पवन पाण्डेय ने आधार कार्ड लेकर माफीनाम लिखवा और हिदायत देकर उसे छोड़ दिया। अस्पताल अधीक्षक डा. असीम कुमार दास ने कहा कि उसका फोटो अस्पताल में लगाया जाएगा।