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...और कैप्‍टन का पार्थिव शरीर पहुंचते ही रो पड़ा पूरा गांव, पिता बोले छुट्टी में आने का किया था वादा

मधेपुरा के इस लाल की शहदात पर सभी को गर्व है। कैप्टन आशुतोष जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर आज मधेपुरा पहुंचा। इस अवसर पर जिले के कई प्रशासनिक अधिकारी जनप्रतिनिधि आए थे। सैनिकों ने उन्‍हें सलामी दी।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Wed, 11 Nov 2020 05:53 PM (IST)Updated: Wed, 11 Nov 2020 05:53 PM (IST)
...और कैप्‍टन का पार्थिव शरीर पहुंचते ही रो पड़ा पूरा गांव, पिता बोले छुट्टी में आने का किया था वादा
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी मुठभेड़ में मधेपुरा के कैप्टन आशुतोष शहीद हो गए।

मधेपरा, जेएनएन। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन आशुतोष का अंतिम संस्कार उनके गांव परमानपुर जागीर में बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ किया गया। शहीद कैप्टन के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए आसपास के गावों से लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। कैप्टन आशुतोष के पार्थिव शरीर के आते ही लोगों ने नम आखों से पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

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वहीं शहीद कैप्टन के अंतिम संस्कार में सांसद दिनेश चंद्र यादव, विधायक प्रो. चंद्रशेखर यादव, डीएम नवदीप शुक्ला, एसपी, एडीएम उपेंद्र कुमार, डीसीसी बिनोद कुमार  सहित अन्य शामिल हुए। कैप्टन का पार्थिव को देखते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

कैप्टन आशुतोष के पार्थिव के साथ आए जवानों ने कैप्टेन को सलामी दी। इससे पहले से ना एवं बिहार पुलिस के जवानों ने परेड किया। इसके बाद कैप्टन के अंतिम संस्कार के समय जवानों ने दर्जनों राउंड गोली फायरिंग कर उन्हें सलामी दी।

पिता ने दी पुत्र को मुखाग्नि

कैप्टन आशुतोष को को पुष्पांजलि अर्पित करने हजारों की संख्यां में पहुंचे लोगों की आंखे उस समय नम हो गई। जब पिता के द्वारा अपने जवान पुत्र को मुखाग्नि दी गई। गमगीन भरे माहौल में लोगों ने उनके पिता से मुखाग्नि दिलाकर अंतिम संस्कार करवाया। बताते चलें कि दो बहनों का एकलौता भाई रहने के कारण कैप्टन आशुतोष के पार्थिव को देखते ही दोनों बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था।

शहादत से एक दिन पहले हई थी पहले माता-पिता से बात

शनिवार की रात आशुतोष ने घर फोन किया था। बहुत खुश था आशुतोष। बस इतना ही तो बोला था दीपावली-छठ में छुट्टी लेकर घर आ रहा हूं। इतना कहते ही मां गीता देवी की आखें भर आई। उन्होंने बताया कि हमें नहीं पता था कि ये हमारी आखिरी बात होगी। इस प्रकार से अपने बेटे को विदाई देनी होगी। यह सोचा भी नहीं था।

उन्होंने बताया कि कैप्टन आशुतोष बचपन से ही बहादुर था। देश के प्रति समर्पण का भाव उसमें बचपन से ही था। इसके लिए उसने पहले प्रयास में सैनिक स्कूल की परीक्षा पास की। छठी क्लास से इंटर तक की पढ़ाई उसी स्कूल से की। इस दौरान सैन्य अधिकारी बनने का ऐसा जनून उसके अंदर छाया की पहली प्रयास में ही एनडीए जैसी कठिन परीक्षा पास कर सैन्य अधिकारी बन गया।

शादी के बारे में सोच रहा था परिवार 

आशुतोष के कैप्टेन बनने के बाद से ही उनके लिए रिश्ते आने शुरू हो गए थे। आशुतोष चाहता था कि उसकी छोटी बहन जो अभी पीजी में पढ़ रही है उसकी शादी के बाद ही आशुतोष अपनी अपनी शादी करना चाहता था। इसको लेकर परिजनों के द्वार बहन की शादी पहले करने का प्रयास किया गया। वहीं जल्द बहन की शादी होने वाली थी। इसके बाद परिजनों के द्वारा आशुतोष की शादी करना था।

परिजनों के द्वारा शादी की बात करने पर आशुतोष हमेशा अपनी मां को कहता था अभी मैं देश की सेवा कर रहा हूं। इसलिए पहले बहन की शादी हो जाने के बाद मैं सोचूंगा।

 

जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि

जम्मूकश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन आशुतोष को श्रद्धांजलि देने जिले सहित प्रखंड क्षेत्र से जनप्रतिनिधि, जिले के अधिकारी सहित हजारों की संख्यां में आसपास के ग्रामीण पहुंचे थे। इस दौरान कैप्टन को श्रद्धांजलि देते हुए सांसद दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि एनडीए जैसे कठिन परीक्षा को पास कर सेना का अधिकारी बनना कोसी इलाके के लिए गर्व की बात है। उनका असमय जाना देश के लिए अपूर्णीय क्षति है। प्रशासनिक स्तर से इनके परिजनों को जो भी सुविधा मिलनी होगी उसे अतिशीघ्र दिलवाया जाएगा।

विधायक प्रो. चद्रशेखर ने कहा कि सरकार आजीवन कैप्टन के परिवार का भरण पोषण का जिम्मा लेते हुए इनके परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दे। वहीं इनके परिवार को पांच करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान करे। जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला ने कहा कि सरकार से मिलने वाली सारी सहायता शहीद कैप्टन के परिवार को दिलाया जा रहा है।

अभी सरकार की और से 11 लाख की सहायता राशि शहीद कैप्टन की माता को प्रदान की जा रही है। एसपी योगेंद्र ने कहा कि कैप्टन के शहादत पर देश वासियों व नौजवानों को गर्व है। भारत मां की रक्षा करते हुए वे शहीद हुए है।

उनकी शहादत से हमसबों को प्रेरणा लेने की जरूरत है। वहीं इस दौरान राजद प्रत्याशी डॉ. गौतम कृष्ण, भाजपा जिला अध्यक्ष स्वदेश कुमार, जिप प्रतिनिधि डॉ. वीके आर्यन, पूर्व जीप अध्यक्ष रामकुमार यादव, पूर्व जीप सदस्य प्रो गीता यादव, जदयू प्रखंड अध्यक्ष राजकिशोर यादव, जाप युवा अध्यक्ष अभय कुमार मुन्ना, मंडल अध्यक्ष डॉ हरित कुमार कृष्ण सहित अन्य ने श्रद्धांजलि दी।


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