भागलपुर और सुल्तानगंज में बनेगा बाइपास, कांवरियों के लिए अंडरपास, सरकार ने दी मंजूरी
सन्हौला-जगदीशपुर और नवगछिया-महादेवपुर के बीच बनेगी सड़क। अप्रैल में शुरू होगा बाइपास व अंडरपास का निर्माण। 05 किलोमीटर सड़क बाइपास के रूप में बनेगी सिल्क सिटी में। श्रावणी मेला के समापन के बाद आम लोगों के लिए बंद कर दिए जाएंगे अंडरपास।

भागलपुर [आलोक कुमार मिश्रा]। जाम से मुक्ति दिलाने के लिए भागलपुर शहर और सुल्तानगंज में बाइपास का निर्माण होगा। कांवरियों के लिए सुल्तानगंज में अंडरपास और सन्हौला-जगदीशपुर और नवगछिया-महादेवपुर के बीच सड़क निर्माण कार्य होगा। सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है। अप्रैल में बाइपास व अंडरपास का निर्माण शुरू हो जाएगा।
जाम से मुक्ति दिलाने की कवायद
सिल्क सिटी में बाइपास के रूप में पांच किलोमीटर सड़क बनेगी। जो घंटाघर से राधारानी सिन्हा रोड, आदमपुर चौक से एसके दफादार रोड, बड़ी व छोटी खंजरपुर बडग़ाछ चौक से कटहलबाड़ी डीआइजी आवास होते हुए मायागंज से बरारी रोड बाइपास तक बनाया जाएगा। कहीं दस तो कहीं सात मीटर चौड़ी सड़क बनेगी। पीसीसी (सीमेंट, छर्री, बालू, छड़) और बिटुमिनस (अलकतरा) दोनों तरह की सड़कें बनेंगी। निर्माण कार्य में 20 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
10 मीटर चौड़ी बनेगी सड़क
शाहकुंड-असरगंज सड़क दस मीटर चौड़ी बनेगी। 14 किलोमीटर लंबे बाइपास के निर्माण में 25 करोड़ से अधिक खर्च होने का अनुमान है। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) मुख्यालय भेज दिया गया है।
पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार सुल्तानगंज में बाईपास के अलावा अंडरपास भी बनेगा। रेलवे पुल के समीप अंडरपास बनना है। श्रावणी मेला के दौरान जाम की गंभीर समस्या खड़ी होती है। सड़क दुर्घटनाएं बढ़ जाती है। कांवरियों की सुरक्षा व जाम की समस्या के समाधान के लिए 16 मीटर लंबा, सात मीटर चौड़ा व दस फीट उंचा अंडरपास बनेगा। कांवरिया अंदर-अंदर ही अंदर कांवरिया पथ पहुंच जाएंगे। इस प्रोजेक्ट में 1.5 करोड़ रुपये खर्च होंगे। श्रावणी मेला के समापन होने के बाद अंडरपास को आम लोगों के लिए बंद कर दिया जाएगा। गुरुवार को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर मुख्यालय भेज दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा जगदीशपुर-सन्हौला 18 किलोमीटर सड़क भी दस मीटर चौड़ी बनेगी। इस बाईपास के लिए भू-अर्जन की कार्रवाई होगी। पुराने पुल-पुलिया को तोड़कर नए सिरे से बनाया जाएगा। सड़क की चौड़ाई के अनुसार पुल-पुलिया का विकास होना है। इस बाईपास को भी सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। डीपीआर जल्द मुख्यालय भेजा जाएगा। इस योजना में 50-60 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
वहीं 12 किलोमीटर नवगछिया-महादेवपुर सड़क निर्माण को भी स्वीकृति मिल चुकी है। दस मीटर सड़क चौड़ी बनेगी। जिसमें 20 करोड़ रुपये लागत आने का अनुमान है। इस सड़क के बनने से जाम की समस्या का काफी हद तक समाधान होगा। लोगों को घंटों जाम में फंसना नहीं पड़ेगा।
इन सभी चार बाईपास और अंडरपास को सरकार की मंजूरी मिल चुकी है। डीपीआर को स्वीकृति मिलने पर टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। अप्रैल से निर्माण कार्य शुरू करने की योजना है। -प्रभा शंकर कोकिल, अधीक्षण अभियंता, पथ निर्माण विभाग।

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