सेनानियों की शॉल तैयार करेंगे बुनकर
भागलपुर। चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह में शामिल होने स्वतंत्रता सेनानियों को भागलपुर के बुनकरों के द्वारा तैयार शॉल भेंट की जाएगी। इसकी जिम्मेदारी बुनकर सहयोग समितियां (कॉओपरेटिव) को दी गई है। इससे सिल्क के सामान्य व्यापारी को दूर रखा गया है। सोमवार को शॉल (अंग वस्त्र) की खरीद के लिए टेंडर की प्रक्रिया अपनाई गई। शॉल देसी तसर से तैयार किया हुआ होगा।
भागलपुर। चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह में शामिल होने स्वतंत्रता सेनानियों को भागलपुर के बुनकरों के द्वारा तैयार शॉल भेंट की जाएगी। इसकी जिम्मेदारी बुनकर सहयोग समितियां (कॉओपरेटिव) को दी गई है। इससे सिल्क के सामान्य व्यापारी को दूर रखा गया है। सोमवार को शॉल (अंग वस्त्र) की खरीद के लिए टेंडर की प्रक्रिया अपनाई गई। शॉल देसी तसर से तैयार किया हुआ होगा। इसकी लंबाई ढाई मीटर व चौड़ाई 90 सेंटीमीटर होगी। इसका रंग नेचूरल होगा। एक शॉल की कीमत एक हजार रुपये से अधिक होगी।
उप विकास आयुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में अंग वस्त्र का नमूना पसंद किया गया। खरीद के लिए दर और नमूना को सरकार को भेज दिया गया है। अंग वस्त्र की खरीद का कार्य उपेंद्र महारथी प्रशिक्षण संस्थान को करना है। बुनकरों के द्वारा तैयार शॉल के बार्डर में मधुबनी पेंटिंग का काम संस्थान के द्वारा कराया जाएगा। करीब 3600 शॉल (अंग वस्त्र) की खरीद होगी। बुनकर सहयोग समितियां को वर्क आर्डर प्रशिक्षण संस्थान के द्वारा दिया जाएगा। टेंडर की प्रक्रिया में जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक एनके झा भी थे। बिहार बुनकर कल्याण समिति के सदस्य अलीम अंसारी ने कहा कि भागलपुर के बुनकरों के द्वारा अंग वस्त्र तैयार किया जाएगा। मालूम हो कि 17 अप्रैल को पटना में सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा जिसमें सूबे के स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया जाएगा।