बुआ ने जुड़वा भतीजे को नाली में फेंका, एक की मौत
जेएलएनएमसीएच के प्रसव विभाग में जन्मे जुड़वा बच्चों (दोनों पुत्र) को उसकी बुआ ने ही इमरजेंसी के पास नाली में फेंक दिया। इसमें एक बच्चे की मौत हो गई।
भागलपुर। जेएलएनएमसीएच के प्रसव विभाग में जन्मे जुड़वा बच्चों (दोनों पुत्र) को उसकी बुआ ने ही इमरजेंसी के पास नाली में फेंक दिया। इसमें एक बच्चे की मौत हो गई। वहीं, दूसरे की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बच्चे को नाली में फेंकने वाली आरोपित बुआ शोभा देवी को हिरासत में लेकर बरारी पुलिस पूछताछ कर रही है।
मधेपुरा निवासी अजला देवी को शुक्रवार को प्रसव विभाग में भर्ती कराया गया था। शाम करीब 6.40 बजे ऑपरेशन से अजला ने जुड़वा बेटे को जन्म दिया। बच्चे में सांस लेने में तकलीफ थी। इसके बाद महिला चिकित्सक ने मरीज के साथ आई ननद शोभा देवी को दोनों बच्चों को सौंप और इमरजेंसी में भर्ती कराने को कहा।
इस बीच शोभा ने दोनों बच्चे को इमरजेंसी में भर्ती न कराकर नाले में फेंक दिया। जब अस्पताल कर्मचारियों ने देखा तो दोनों बच्चे को इमरजेंसी में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने एक बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
मरीज के पति चंदेश्वरी यादव ने बताया कि पूर्व से उसे तीन बच्चे हैं। पत्नी को पूर्णिया अस्पताल में भर्ती किया था वहां से रेफर कर दिया था। वह पत्नी के लिए रक्त अधिकोष से ब्लड लाने गया था। इस दरम्यान यह घटना हुई। वहीं, शोभा देवी ने बताया कि वह नाली को इमरजेंसी समझ गई थी। इधर, अजला की बहन ¨रकू देवी ने कहा शोभा की मानसिक हालत ठीक नहीं है।
फेंकने से बच्चा की हुई मौत
डॉ. साइमा ने बताया कि सात माह के दोनों बच्चे थे। एक भी अल्ट्रासाउंड नहीं किया गया था। मरीज के शरीर से खून ज्यादा निकल गया था। जन्म के बाद बच्चे की स्थिति काफी गंभीर बनी हुई थी। एक बच्चे की मौत फेंकने की वजह से हुई होगी। दूसरे बच्चे का इलाज करने वाले डॉ. अंकुर ने कहा कि अभी भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। वहीं, अंजला को देर रात तक होश नहीं आया था।
इस संबंध में जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. आरसी राम ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही बरारी थाना को सूचना दी गई। चिकित्सक के लिखित बयान को थाना भेज दिया जाएगा।