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Unlock : मुस्कान के साथ राहत भरी सफर पर स्पेशल से रवाना हुए पैसेंजर, यहां से 135 यात्री हुए सवार

Unlock भागलपुर जंक्शन पर बुधवार को 72 दिन बाद यात्री ट्रेन की छुक-छुक सुनाई दी। लाल कोच वाली ब्रह्मपुत्र मेल (स्पेशल ट्रेन) की आवाज और हॉर्न सुनकर यात्रियों और रेल कर्मियों के चेहरे खुशी से चहक उठा।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 08:17 AM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 08:17 AM (IST)
Unlock : मुस्कान के साथ राहत भरी सफर पर स्पेशल से रवाना हुए पैसेंजर, यहां से 135 यात्री हुए सवार
Unlock : मुस्कान के साथ राहत भरी सफर पर स्पेशल से रवाना हुए पैसेंजर, यहां से 135 यात्री हुए सवार

भागलपुर, जेएनएन। अनलॉक-एक के तीसरे दिन डिब्रूगढ़-दिल्ली ब्रह्मपुत्र मेल (स्पेशल) से भागलपुर से 135, कहलगांव से 19 और सुल्तानगंज स्टेशन से 20 पैसेंजर दिल्ली रवाना हुए। सुबह 7.45 बजे जंक्शन से स्पेशल ट्रेन खुली। ट्रेन के खुलने से पहले रेलवे प्रशासन की ओर से मेडिकल काउंटर पर यात्रियों की जांच की गई। मुख्य द्वार पर प्रवेश करने के बाद यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। सभी पैसेंजर मास्क पहने हुए थे। कंफर्म टिकट वालों को जांच के बाद जाने दिया गया। स्पेशल ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के चेहरे पर खुशी दिखी। आरपीएफ इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह और जीआरपी इंस्पेक्टर अरविंद कुमार प्रवेश द्वार पर डटे थे। यात्रियों को कोच तक जवानों ने प्रवेश कराया। सीआइटी आरएन पासवान भी टीटीई के साथ टिकट जांच कर रहे थे। स्टेशन अधीक्षक समर सिंह और सीवाईएम प्रमोद कुमार ट्रेन के आगमन से लेकर गुजरने तक प्लेटफॉर्म पर चहलकदमी करते रहे। डीआरएम भी पल-पल की जानकारी ले रहे थे।

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5.30 से पहुंचने लगे थे पैसेंजर 

स्पेशल ट्रेन के भागलपुर पहुंचने का समय सुबह 7.28 बजे है। यात्रियों को 90 मिनट पहले पहुंचना था, लेकिन यात्रियों का आना सुबह 5.30 बजे से शुरू हो गया था। प्रवेश गेट पर आरपीएफ और जीआरपी के जवान मुस्तैद रहे। यात्रियों को खुद ही सामान ट्रेन तक ले जाना पड़ा। अपनों को स्टेशन तक छोडऩे आए स्वजनों को गेट से बाहर ही रहना पड़ा। कुछ स्वजन प्लेटफॉर्म पर पहुंच गए तो उन्हें बाहर कर दिया गया। वहीं, डिस्प्ले कोच में स्पेशल ट्रेन का नंबर फीडिंग नहीं होने से यात्रियों को थोड़ी परेशानी हुई। 

स्पेशल से 45 पैसेंजर उतरे 

डिब्रूगढ़ से पहुंची स्पेशल ट्रेन से भागलपुर के 45 पैसेंजर भी उतरे। वहीं, जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर वेटिंग हॉल में सभी यात्री शारीरिक दूरी बनाकर बैठे हुए थे। ट्रेन आने की सूचना के बाद सभ्ज्ञी यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर बने घेरे में कतारबद्ध कराया गया।

वेटिंग वाले को लौटाया 

ट्रेन के हर कोच में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम था। आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि स्पेशल ट्रेन में रेलवे सुरक्षा बल और रेल पुलिस के जवानों को स्कॉर्ट के लिए तैनात किया गया है। स्टेशन पर एक यात्री का टिकट एक नंबर वेटिंग था। जांच के बाद उसे सफर करने की इजाजत नहीं मिली। उसे स्टेशन से वापस कर दिया गया। वहीं, आरएससी वाले पैसेंजर को जाने की अनुमति दी गई।

रेलवे का शुक्रगुजार, स्पेशल से मिली राहत

भागलपुर से पहली स्पेशल ट्रेन बुधवार को यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुई। स्पेशल ट्रेन से जाने वाले कई यात्री ऐसे थे जो होली मनाने अपने घर पहुंचे थे। वहीं कई ऐसे भी थे जिन्होंने अपने टिकटें मार्च-अप्रैल का करा रखा था। ट्रेन नहीं चलने के कारण दिल्ली जाने में असमर्थ थे। यात्रियों ने कहा कि रेलवे का शुक्रगुजार हूं कि कम से कम स्पेशल ट्रेन चलाकर वापसी का रास्ता सुलभ कर दिया।

-नौ मार्च को घर आए थे। 23 को वापसी की टिकट थी। लॉकडाउन के कारण फंस गए। अब ट्रेन चली तो वापस जाने का मौका मिला। स्पेशल ट्रेन से राहत मिली। -स्वेखा कुमारी, यात्री।

-दिल्ली में नौकरी करते हैं। लॉकडाउन के चलते फंस गए थे। करीब ढाई से घर पर परिवार के साथ थे। अब ट्रेन चलने पर वह भी काम पर लौट रहे थे। काफी खुश हूं। रेलवे बधाई के पात्र है। -अभिषेक कुमार,यात्री।

- लॉकडाउन की वजह से रुकना पड़ा। दिल्ली में जॉब करते हैं। ट्रेनों के चलने की जानकारी हुई तो खुशी हुई जिस पर टिकट बुक कराया। -आनंद कुमार, यात्री

- दिल्ली में कंपनी में काम करते हैं। लॉकडाउन में कंपनी भी बंद हो गई थी। होली के पहले घर आए थे। 23 मार्च को विक्रमशिला से वापसी की टिकट थी। स्पेशल ट्रेन चलने से राहत मिली है। -दीपा कुमारी।


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