सनसनी : कोसी नदी से महिला और किशोर समेत 80 से ज्यादा पशुओं का शव बरामद
पीपा पुल के पास पिछले तीन दिनों से काफी बदबू आ रही है। इसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी तो कोसी नदी के जलकुंभी में फंसा तीन दर्जन मवेशियों और एक महिला और एक किशोर का शव मिला।
भागलपुर (जेएनएन)। नवगछिया के शोकचा गांव के समीप पीपा पुल के पास कोसी नदी से गुरुवार को पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर एक अज्ञात महिला और किशोर का शव बरामद किया। महिला की उम्र तीस और किशोर की उम्र 12 के आसपास बताई जाती है। पुलिस जब वहां पहुंची तो देखा कि पीपा पुल के पास जलकुंभी में 80 से ज्यादा पशुओं का शव भी फंसा हुआ है।
इनमें गाय, भैस, बकरी, कुत्ता, सुअर सहित अन्य कई जानवर हैं। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी थी कि पीपा पुल के पास पिछले तीन दिनों से काफी बदबू आ रही है। बदबू के कारण आसपास के गांवों में महामारी फैलने की आशंका है। इसी सूचना पर पुलिस वहां पहुंची थी। पुलिस ने महिला और किशोर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल नवगछिया भेज दिया। जानवरों के शवों को निकालने का प्रयास नहीं किया गया। इस कारण ग्रामीणों में नाराजगी है।
महिला और किशोर समेत जानवरों के शव हैं पुराने
नवगछिया थाने के अनि कौशल कुमार ने बताया कि लाल रंग की साड़ी पहनी एक महिला और टी-शर्ट पहने एक किशोर का शव गोताखोरों की मदद से कोसी नदी से बरामद किया है। दोनों शव नदी में बहकर यहां आया है। बालक का शव दस दिन और महिला का शव पांच दिन पुराना प्रतीत होता है। नवगछिया थानाध्यक्ष लाल बहादुर ने बताया कि दोनों शवों की पहचान का प्रयास किया जा रहा है। उसी जगह से जानवरों के मिले शव काफी पुराने हैं।
वीडियो वायरल करने पर हरकत में आई पुलिस
शोकचा के जयप्रकाश राय सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि कोसी नदी में पश्चिम दिशा से जानवरों और आदमी का शव बहकर यहां आकर जलकुंभी में फंस गया है। बदबू से गांव में महामारी फैलने की संभावना है। हवा बढऩे पर दुर्गंध काफी बढ़ जाती है। गांव के लोगों को घरों में रहना भी मुश्किल हो गया है। नवगछिया की जिला परिषद सदस्य नंदनी सरकार, प्रमुख सुमित्रा देवी ने बताया कि तीन दिनों पूर्व ही बीडीओ कुंदन कुमार, सीओ विद्यानंद राय को जानकारी दी थी।
किंतु सीओ, बीडीओ ने इसपर कोई संज्ञान नहीं लिया। तब पीपा पुल के पास शव होने का एक वीडियो बनाकर वायरल किया गया। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। जिप सदस्य ने बताया कि शोकचा गांव में 15 सौ परिवार रहते है। 1989 में कोसी नदी के कटाव में गांव के बहुत से लोगों का घर कट गया था। मजबूरन, लोग बांध पर झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं।
एसपी निधि रानी ने कहा कि किसी दूसरे जगह से आदमी और जानवरों का शव बहकर यहां आया है, जो जलकुंभी होने की वजह से फंस गया। पीपा पुल के पास पानी भी काफी गहरा है। महिला और किशोर का शव निकाल लिया गया है। पशुओं का शव शुक्रवार को जलकुंभी से निकाल कर कोसी की धार में बहा दिया जाएगा।