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राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती : आज भी प्रासंगिक हैं बापू का जीवन : TOB

Mahatma Gandhis birth anniversary टीचर्स ऑफ बिहार (Teachers of Bihar) ने गांधी जयंती पर कई कार्यक्रम का आयोजन किया। दिन भर सोशल नेटवर्क के माध्‍यम से कार्यक्रम होते रहे। इस अवसर पर वक्‍ताओं ने कहा-गांधी जी का जीवन आज भी प्रासंगिक है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 02 Oct 2020 11:34 PM (IST)Updated: Fri, 02 Oct 2020 11:34 PM (IST)
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती :  आज भी प्रासंगिक हैं बापू का जीवन : TOB
गांधी जयंती पर टीचर्स ऑफ बिहार ने कई ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किए।

भागलपुर, जेएनएन। Mahatma Gandhis birth anniversary : दो अक्‍टूबर 2020 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर टीचर्स ऑफ बिहार (Teachers of Bihar) ने दिन भर कई कार्यक्रम किए। सभी कार्यक्रम ऑनलाइन हुए। कार्यक्रम में बच्‍चों को जोड़ने के लिए क्विज का आयोजन किया था। गांधी जयंती को टीचर्स ऑफ बिहार (TOB) ने अपने आयोजन को खास बना दिया। टीओबी ने ऑनलाइन क्विज, गांधी कथा वाचन, कविता पाठ, गांधीजी के जीवन पर ब्लॉग लेखन आदि का सोशल नेटवर्क पर प्रसारित किया।

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ऑनलाइन क्विज में गांधीजी के जीवन एवं घटनाओं से संबंधित 15 सवाल पूछे गएl जिसके लिए 15 मिनट का समय निर्धारित था। भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को रिजल्‍ट प्रकासित किया गया। उन्‍हें ऑनलाइन प्रमाण पत्र दिया। क्‍वीज में सभी वर्गों के प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लियाl

"गांधी और बिहार" ऑनलाइन परिचर्चा में विनोदानंद झा, निदेशक, शोध एवं प्रशिक्षण और प्रो ज्ञानदेव मणि त्रिपाठी, डीन, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना को विशेष रूप से बुलाया गया था। इन वक्‍ताओं ने गांधी जी आज भी प्रासंगिक हैं, इस विषय पर चर्चा की। कहा कि- गांधीजी के आदर्शों और उनके बनाए रास्‍ते से ही विश्‍व का कल्‍याण संभव है। हर हाथ को काम, स्‍वदेशी, लघु व कुटीर उद्योग,  पर्यावरण संरक्षण, सत्‍य, अहिंसा आदि उनके मूल मंत्र थे। आज भी यही मंत्र विश्‍व के कल्‍याण के लिए पर्याप्‍त है। इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्‍न लाल बहादूर शास्‍त्री की जीवन की भी चर्चा हुई। उनकी भी जयंती आज ही है। आज भी लोग उनकी सादगी की मिशाल देते हैं। गांधी और शास्त्री जी के जीवन पर आधारित स्वरचित पद्य और आलेख भी प्रकाशित  किए गए। साथ ही 'ज्ञान दृष्टि' गांधीजी के जीवन और घटनाओं पर आधारित विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

गांधी कथा वाचन में गांधीजी के आदर्शो की चर्चा हुई। उनकी जीवनी को बताया गया। उनके जीवन की कई प्रसंगों की जानकारी दी गई। इस अवसर पर वक्‍ताओं ने गांधीवादी शिक्षा की अवधारणा की जानकारी दी। गांधीजी मानते थे कि सच्ची शिक्षा वह है जो बच्चों के आध्यात्मिक, बौद्धिक और शारीरिक पहलुओं को उभारती हो, उन्‍हें प्रेरित करती हो। उनके मुताबिक़ शिक्षा का अर्थ सर्वांगीण विकास है। गांधीजी का विचार था कि शिक्षा का बुनियादी उद्देश्य बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है। टीचर्स ऑफ़ बिहार के प्रवक्ता रंजेश सिंह ने बताया कि टीचर्स ऑफ़ बिहार (TOB) बिहार के सरकारी शिक्षकों का एक ग्रुप है। इसके फाउंडर शिव कुमार हैं। शिव कुमार प्राथमिक विद्यालय अराप, बिक्रम पटना में शिक्षक हैं।

टीचर्स ऑफ बिहार (Teachers of Bihar- The change makers) के भागलपुर District Mentor खुशबू कुमारी ने भी गांधी और शास्‍त्री की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में महत्‍वर्पूण भूमिका निभाई। उन्‍होंने कहा कि टीचर्स ऑफ बिहार (TOB) शिक्षकों का, शिक्षकों के लिए और शिक्षकों द्वारा संचालित प्रोफेशनल लर्निंग कम्यूनिटी है। खुशबू कुमारी भागलपुर के जगदीशपुर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय बलुआचक में पोस्‍टेड हैं।


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