Corona Fighters Jamui: पांच सौ से अधिक संक्रमितों ने कोरोना को हराया, जीती जिंदगी की जंग, जानिए उनके बारे में
Corona Fighters Jamui एक अप्रैल से अब तक 589 संक्रमित स्वस्थ हो गए हैं। जिले में 1989 लोग संक्रमित हुए। मानसिक मजबूती कोरोना को हराने में सहायक। इस बीच संक्रमितों की भी संख्या लगातार बढ़ रही है। स्वास्थ्य सेवा का हाल बेहतर नहीं है।
जागरण संवाददाता, जमुई। Corona Fighters Jamui: कोरोना की दूसरी लहर को लेकर भले ही कई तरह की चर्चाएं आम हो पर यह हकीकत है कि जिले में साढ़े पांच सौ से अधिक संक्रमितों ने कोरोना को मात देकर जिंदगी की जंग जीती है। एक अप्रैल से अब तक 589 ने कोरोना को मात दिया है। इन लोगों ने हौसला, सब्र और दवाई के गठजोड़ से संक्रमण को मौत दे दी और जिंदगी की जंग जीत ली। स्वस्थ होने वालों में अधिकांश होम आइसोलेशन में थे। कई ऑक्सीजन पर भी थे। कुछ को रेफर किया गया था। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार एक अप्रैल से अबतक जिले में 589 संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं। इसमें अधिकांश होम आइसोलेशन में थे। कुछ सदर में और कुछ रेफर किए गए थे। यहां जान लें कि एक अप्रैल से अब तक जिले में 1989 संक्रमित पाए गए हैं।
इस लिहाज से एक अप्रैल से 28 अप्रैल तक जिले में रिकवरी दर 29.6 फीसद रहा। हालांकि अंकीय रुप में इसे बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है। परंतु संक्रमण के अभी के रुप के लिहाज से इसे अच्छा माना जाता है। जानकारों की माने तो जब संक्रमितों की संख्या में गिरावट आएगी तो रिकवरी दर में बढ़ोतरी शुरु हो जाएगी। इधर कई संक्रमितों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि याद रखें, मन से नहीं हारना है। मानसिक स्थिति को कमजोर मत होने दें। हम लोग गांव के लोग हैं। संघर्ष हमारे खून में है। मानसिक रुप से मजबूर होकर संघर्ष कीजिए, कोरोना कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा। हां, चिकित्सक की सलाह और परहेज का शत-प्रतिशत पालन करें।
उन्होंने बताया जब उन्हें कोरोना हुआ तो थोड़ा डर लगा। फिर सोचने लगे कि अगर मौत ही हो जाती है तो फिर अब डरना कैसा। इस अदृश्य शत्रु से भी लड़ाई शुरु किया जाए। मानसिक रुप से अपने आप को मजबूत कर, काेरोना के खौफ को दिमाग से हटाकर, चिकित्सक की सलाह पर अमल करना शुरु कर दिया। इस दौरान योग व व्यायाम भी किया। दिल और दिमाग से कोरोना को निकाल दिया और आइसोलेशन में जमकर किताब पढ़ी। मन की इच्छा के अनुसार मोबाइल पर गेम खेला। उन्होंने बताया कि बस एक बात समझ लो डर के आगे जीत है।