बिहार पंचायत चुनाव: शुरू हुआ चौथे चरण के बाद चाय की दुकानों पर भविष्यवाणी का सिलसिला, 22 को खत्म हो जाएगी सत्तरकटैया की चर्चा
बिहार पंचायत चुनाव के चौथे चरण का मतदान बुधवार को संपन्न हुआ। इसके बाद सहरसा के सत्तरकटैया में चाय की दुकानों पर लोग चर्चा करते दिखाई दे रहे हैं। लोग अनुमान लगाते हुए भविष्यवाणी भी कर रहे हैं कि फलाना उम्मीदवार के जीतने के चांस ज्यादा हैं...
संवाद सूत्र, सत्तरकटैया (सहरसा)। बिहार पंचायत चुनाव: चौथे चरण में संपन्न पंचायत चुनाव के बाद प्रखंड के सभी 14 पंचायतों के प्रत्याशी व समर्थक वोटों के जोड़-घटाव एवं गुणा-भाग और भविष्यवाणी में लगे हैं। प्रत्याशियों के दफ्तर से चाय की दुकानों व चौपालों पर वोट की ही चर्चा चल रही है। सभी लोग हर पंचायतों के वोट का आकलन कर रहे प्रत्याशी के जीत का दावा कर रहे हैं तो कई पंचायतों में कांटे की टक्कर की चर्चा कर रहे हैं। वैसे प्रत्याशी जिन्हें मामूली वोट भी प्राप्त नहीं हुआ , उनके भी समर्थक त्रिकोणात्मक और चर्तुथकोणीय संघर्ष में रहने का दावा कर रहे हैं। कई जगह बाद विवाद में लोगों के बीच टकराव की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है। हालांकि गुरुवार को मतगणना के बाद सबों के भ्रम दूर होने की बात कह बढ़ते विवाद को शांत कर दिया जाता है।
गांव में जीत-हार की चर्चा में जुटे ग्रामीण
चौथे चरण में संपन्न हुए पंचायत चुनाव के सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला गुरुवार 22 अक्टूबर को मतगणना के बाद हो जाएगा। मगर चुनाव संपन्न होते ही ग्रामीण चौपाल में जमे लोगों के बीच मतगणना जारी है। पार्टी समर्थित लोग अपने-अपने प्रत्याशी की जीत पक्की होने की दवा भी कर रहे हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि ग्रामीणों की इस चौपाल में ना सिर्फ अपने पंचायत बल्कि प्रखंड के सभी पंचायतों के जीत-हार का गणना कर प्रमुख बनाने तक का आकलन करने में जुटे हुए हैं।
पटोरी बाजार स्थित चाय दुकान पर चाय की चुस्की लेते हुए मनोज दत्ता, मो. मोशिम उद्दीन, भीखो महतो, मनोज मुखिया, चंदन महाराज, मो. खुर्शीद आलम एवं शिवजी महतो अपने पंचायत समेत आसपास के पंचायतों के प्रत्याशियों की हार जीत का गणना कर रहे थे। वहीं बारा पंचायत के ग्रामीण चौपाल में जमे ग्रामीण पूर्व पैक्स अध्यक्ष अरुण झा , बच्चा लाल चौधरी , शशिनाथ झा आदि लोगों द्वारा समर्थकों के झुकाव को आधार बना हार जीत की आकलन किया जा रहा था। यहां मतदान प्रतिशत को आधार बना मतगणना कर चुनाव परिणाम पर चर्चा की जा रही थी।