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Bihar Panchayat Election 2021: भागलपुर जिले में दस चरणों में पंचायत चुनाव होने की संभावना, अगस्त में शुरू होगी प्रक्रिया

Bihar Panchayat Election 2021 बिहार में सितंबर में पंचायत चुनाव होने की संभावना है। दूसरे राज्यों के 17 जिलों से लाए जाएंगे एम-2 मॉडल के ईवीएम। अगस्त में शुरू होगी प्रक्रिया ईवीएम व बैलेट पेपर दोनों से हो सकते हैं चुनाव।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Tue, 29 Jun 2021 09:13 AM (IST)Updated: Tue, 29 Jun 2021 09:13 AM (IST)
Bihar Panchayat Election 2021: भागलपुर जिले में दस चरणों में पंचायत चुनाव होने की संभावना, अगस्त में शुरू होगी प्रक्रिया
बिहार में पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar Panchayat Election 2021: जिले में दस चरणों में पंचायत चुनाव हो सकता है। इसको लेकर चुनाव आयोग के साथ-साथ जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। अगस्त से चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नवंबर तक चुनाव की सारी प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी। चुनाव आयोग ने ईवीएम व बैलेट पेपर दोनों स्तर से चुनाव कराने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है। पर्याप्त ईवीएम की व्यवस्था नहीं होने की स्थिति में पंच व वार्ड सदस्य का चुनाव बैलेट पेपर से कराया जा सकता है। जबकि जिला परिषद, पंचायत समिति, मुखिया व सरपंच का चुनाव ईवीएम से होगा।

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हालांकि चुनाव आयोग की इच्छा है कि एक साथ छह पदों के लिए एम-2 ईवीएम से चुनाव हो। एम-2 ईवीएम एक पद ईवीएम है। इससे एक पद का चुनाव होगा। छह पदों के लिए अलग-अलग एम-2 ईवीएम का उपयोग होगा। मतदान के दिन मतदान केंद्र पर एक साथ छह सेट ईवीएम (छह सीयू व छह बीयू) लगेगा। जिले में पंचायत चुनाव के लिए दूसरे राज्यों के 17 जिलों से ईवीएम आएगा। ईवीएम मंगाने की तैयारी पंचायती राज विभाग द्वारा शुरू कर दी गई है। कंटेनर से लेकर कनीय अभियंता तक की खोज शुरू हो गई है। जिले में उपलब्ध ईरीएम से ही सभी दस चरण का चुनाव होगा। चुनाव के अगले दिन मतगणना होगी। हालांकि विभाग की ओर से मांग की जा रही है कि मतगणना के लिए कम से कम एक दिन का समय दिया जाए। प्रथम चरण के चुनाव में शामिल ईवीएम को तीसरे चरण के चुनाव में पुन: शामिल किया जाएगा। दूसरे चरण में शामिल ईवीएम को चौथे चरण में शामिल किया जाएगा। तीसरे चरण वाले ईवीएम को पांचवें और पांचवें चरण वाले ईवीएम को सातवें चरण के चुनाव में उपयोग में लाया जाएगा।

सातवें चरण के चुनाव के उपयोग में आने वाले ईवीएम नौवें चरण के चुनाव में होगा। मतदान कर्मियों व सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी भी इसी प्रकार लगेगी। दो चरणों के चुनाव के बीच 15 दिनों का अंतर रहेगा। पंचायत चुनाव में मतदान दल में कर्मियों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी। सामान्यत: एक ईवीएम से मतदान केंद्र पर मतदान प्रक्रिया संचालन में एक पीठासीन पदाधिकारी और तीन मतदान पदाधिकारियों का दल गठित कर नियुक्त किया जाता है। पंचायत चुनाव में एक मतदान केंद्र पर छह सीयू और छह बीयू को संचालित होना है, इसलिए अतिरिक्त दो अन्य पदाधिकारी जो मतदान पदाधिकारी द्वितीय या तृतीय स्तर के हों उपलब्धता के आधार पर लगाए जाएंगे। मतदान पदाधिकारी तीन के पास दो पद के सीयू का नियंत्रण, मतदान पदाधिकारी चार के पास दो पद के सीयू का नियंत्रण और मतदान पांच के पास दो अन्य पद के सीयू का नियंत्रण रहेगा।


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